
उत्तराखंड में धामी सरकार के कार्यकाल के दौरान प्रशासनिक स्तर पर फेरबदल की चर्चा जोरों पर है। राज्य के प्रशासनिक ढांचे में बदलाव की संभावना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ नौकरशाहों के विभागों में बदलाव किया जा सकता है, जिससे राज्य की प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार और समन्वय बेहतर हो सके। राज्य में इस समय विभिन्न विभागों में जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली और उनके बीच समन्वय में कुछ समस्याएँ सामने आई हैं, जिसे दूर करने के लिए यह फेरबदल किया जा सकता है। प्रशासनिक सुधारों के तहत, कुछ विभागों की जिम्मेदारी को नए अधिकारियों के पास सौंपने की संभावना जताई जा रही है, ताकि सरकार के विकासात्मक कार्यों को गति दी जा सके। इस फेरबदल के साथ-साथ राज्य की नीति और योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके अलावा, राज्य सरकार ने यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि प्रशासन में ताजगी और नई सोच का समावेश हो, ताकि जनता को सरकार की योजनाओं का लाभ अधिक प्रभावी तरीके से मिल सके। साथ ही, अधिकारियों की कार्यकुशलता और जनता से उनका संवाद बेहतर करने के लिए भी यह कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में प्रमुख नौकरशाहों के कामकाजी तरीके में सुधार लाने के लिए इस प्रकार के फेरबदल की जरूरत महसूस की जा रही है। मुख्यमंत्री धामी और उनके कैबिनेट मंत्री इस बदलाव के मुद्दे पर विचार कर रहे हैं, और जल्द ही इसे लागू किया जा सकता है। राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्रों के विशेषज्ञ मानते हैं कि इस प्रकार के बदलाव से राज्य सरकार के प्रशासनिक ढांचे में पारदर्शिता आएगी और विकास कार्यों में तेजी आएगी। यह भी संभावना है कि प्रशासनिक फेरबदल से उन अधिकारियों को अवसर मिलेगा जो नये विचारों के साथ काम करने को तैयार हैं, जिससे राज्य में प्रशासनिक सुधारों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकेंगे। हालांकि, इस बदलाव की समयसीमा और अन्य विवरणों को लेकर अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह कहा जा सकता है कि राज्य सरकार इस कदम से राज्य के विकास की रफ्तार को और तेज करने के लिए तैयार है।