
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रीलंका द्वारा ‘मित्र विभूषण सम्मान’ से नवाजा गया है। यह सम्मान उन्हें दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए दिया गया। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने यह सम्मान प्रधानमंत्री मोदी को कोलंबो में एक विशेष समारोह के दौरान प्रदान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को स्वीकार करते हुए कहा कि यह केवल उनका नहीं, बल्कि यह पूरे भारत के करोड़ों नागरिकों का सम्मान है। प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंकाई राष्ट्रपति और वहां के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान उनके लिए एक अत्यधिक गौरव की बात है। उन्होंने यह भी कहा कि यह सम्मान भारत और श्रीलंका के बीच ऐतिहासिक और दोस्ताना संबंधों की गहरी जड़ें दर्शाता है। मोदी ने इस अवसर पर यह भी कहा कि भारत और श्रीलंका की साझेदारी और सहयोग को अगले दशकों में और मजबूत किया जाएगा, जिससे दोनों देशों के लोगों को और अधिक लाभ होगा। इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “श्रीलंका के मित्र विभूषण सम्मान को प्राप्त करना मेरे लिए गर्व की बात है। यह सम्मान मेरे देशवासियों और भारत-श्रीलंका के रिश्तों के महत्व को दर्शाता है। मैं इसे पूरी भारतीय जनता की ओर से स्वीकार करता हूं।” श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने प्रधानमंत्री मोदी के योगदान की सराहना की और कहा कि मोदी ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत किया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत और श्रीलंका के बीच संबंधों में नई दिशा और गति मिली है, और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक, व्यापारिक, और राजनीतिक सहयोग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर यह भी कहा कि भारत और श्रीलंका के बीच एक मजबूत रिश्ते सिर्फ दोनों देशों के लिए ही नहीं, बल्कि दक्षिण एशिया के समग्र विकास के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, “हम दोनों देशों के लिए शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य की दिशा में काम करेंगे।” इस सम्मान से दोनों देशों के बीच साझा इतिहास, संस्कृति और परस्पर संबंधों का महत्व और बढ़ गया है। प्रधानमंत्री मोदी का श्रीलंका यात्रा के दौरान यह सम्मान प्राप्त करना भारत-श्रीलंका के रिश्तों में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।