
हाल ही में वैश्विक बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई है। जहां एक ओर चांदी की कीमतों में भारी कमी आई है, वहीं सोने की कीमत भी गिरावट के रास्ते पर चल रही है। इस गिरावट के पीछे प्रमुख कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए नए टैरिफ और वैश्विक व्यापार तनाव को बताया जा रहा है।चांदी की कीमतों में हाल के दिनों में लगभग 5-6 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि सोने की कीमतें भी लगातार गिर रही हैं, जो निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप द्वारा चीन और अन्य देशों पर लगाए गए टैरिफ और व्यापारिक संघर्षों ने वैश्विक आर्थिक वातावरण में अस्थिरता पैदा की है, जिससे सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।सोने और चांदी की कीमतों में इस गिरावट का प्रभाव ना केवल घरेलू बाजारों पर पड़ा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इनकी कीमतें घट गई हैं। हालांकि, चांदी की कीमतों में आई गिरावट ने कई निवेशकों को चौंका दिया है, क्योंकि आमतौर पर यह धातु आर्थिक मंदी या अस्थिरता के दौरान एक सुरक्षित निवेश मानी जाती है।विशेषज्ञों का कहना है कि इन कीमतों में गिरावट मुख्य रूप से अमेरिकी डॉलर की मजबूती और अन्य आर्थिक घटनाओं के कारण हो रही है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी जाती है, क्योंकि निवेशक डॉलर में अधिक निवेश करने की ओर रुझान करते हैं। इसके अलावा, ट्रंप के टैरिफ के कारण वैश्विक व्यापार युद्ध का खतरा भी बढ़ गया है, जिससे कीमती धातुओं की मांग में कमी आई है।भारत में भी इन कीमतों का असर देखा जा रहा है। सोने और चांदी के भाव में गिरावट ने घरेलू बाजार में भी कुछ बदलाव किए हैं। निवेशकों के लिए यह एक मौका हो सकता है, क्योंकि यदि यह गिरावट और जारी रहती है, तो सोने और चांदी की खरीदारी में और अवसर मिल सकते हैं। हालांकि, घरेलू खरीदारों के लिए कीमतों में गिरावट एक राहत की बात हो सकती है, क्योंकि पिछले कुछ महीनों में इन धातुओं की कीमतें लगातार ऊंची जा रही थीं।वर्तमान स्थिति को देखते हुए, निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे बाजार की स्थिरता और ट्रंप के व्यापारिक कदमों पर नजर रखें, क्योंकि इन घटनाओं के प्रभाव से सोने और चांदी की कीमतों में आगे भी उतार-चढ़ाव हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में इनकी कीमतों में और गिरावट आ सकती है, लेकिन वैश्विक व्यापार तनाव और अन्य आर्थिक कारकों को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।कुल मिलाकर, सोने और चांदी के रेटों में यह गिरावट वैश्विक आर्थिक घटनाओं का परिणाम है और आने वाले दिनों में इन धातुओं की कीमतों में और भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।