
देहरादून, 11 अप्रैल: उत्तराखंड के कई हिस्सों में गुरुवार रात हुई तेज बारिश और तूफान ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे यातायात बाधित हुआ और बिजली आपूर्ति पर असर पड़ा। प्राकृतिक आपदा की इस मार में अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में एक व्यक्ति पौड़ी गढ़वाल जिले से और दूसरा हरिद्वार क्षेत्र से बताया जा रहा है। दोनों की मौत मकान की छत गिरने और पेड़ गिरने की घटनाओं के चलते हुई। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुट गई हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए राज्य के कई जिलों — जिनमें देहरादून, नैनीताल, टिहरी, चमोली और बागेश्वर शामिल हैं — में येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार, इन इलाकों में अगले कुछ दिनों तक तेज हवाओं के साथ गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग की चेतावनी:
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने नागरिकों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान घर से बाहर निकलने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। विभाग ने विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और सड़कों के अवरुद्ध होने की आशंका जताई है।
प्रशासन सतर्क:
राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को अलर्ट पर रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया गया है, और हेल्पलाइन नंबरों को आम लोगों के लिए जारी किया गया है।
जनता से अपील:
प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, मौसम की ताज़ा जानकारी लेते रहें और किसी भी आपदा की स्थिति में तुरंत स्थानीय प्रशासन को सूचित करें।