
देहरादून, 11 अप्रैल 2025: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। इस वर्ष की यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए, यात्रा को और सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने नई सुविधाओं का ऐलान किया है। इस साल, यात्रा करने वाले भक्तों के लिए ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया आज से एआरटीओ (आबकारी एवं परिवहन कार्यालय) कार्यालय में शुरू कर दी गई है।ग्रीन कार्ड को लेकर एक नई व्यवस्था लागू की गई है, जो कि यात्रा के दौरान वाहन मालिकों और ड्राइवरों के लिए अनिवार्य होगी। इसका उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा, वाहनों की ट्रैकिंग, और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना है। ग्रीन कार्ड जारी करने की प्रक्रिया पूजा अर्चना के बाद शुरू हो चुकी है और इसके लिए दो काउंटर एआरटीओ कार्यालय में बनाए गए हैं, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।यह ग्रीन कार्ड यात्रा के दौरान भक्तों के वाहन की पहचान के साथ-साथ यात्रा की रूट और सुरक्षा संबंधी जानकारी को भी ट्रैक करेगा। इस कार्ड के माध्यम से सरकार को यह जानने में मदद मिलेगी कि कौन सा वाहन किस स्थान पर मौजूद है और क्या वहां कोई आपातकालीन स्थिति उत्पन्न हुई है।इस ग्रीन कार्ड योजना के तहत, केवल वे वाहन ही चारधाम यात्रा में शामिल हो सकेंगे, जिनके पास यह कार्ड होगा। साथ ही, यह कार्ड यात्री को यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि यात्रा के दौरान उनका वाहन सभी परिवहन नियमों और सुरक्षा मानकों का पालन कर रहा है। इससे सड़क सुरक्षा को भी बढ़ावा मिलेगा और यात्रा के दौरान दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।अधिकारियों के अनुसार, इस कार्ड को प्राप्त करने के लिए यात्री और वाहन मालिक को एआरटीओ कार्यालय में उपस्थित होकर जरूरी दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। इन दस्तावेजों में वाहन के रजिस्ट्रेशन प्रमाण, ड्राइवर का लाइसेंस, और पूजा अर्चना का प्रमाण शामिल होगा। इसके बाद, सभी जानकारी जांचने के बाद ग्रीन कार्ड जारी किया जाएगा।विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस व्यवस्था के तहत, दो काउंटर बनाए गए हैं ताकि यात्रियों को जल्दी से जल्दी ग्रीन कार्ड मिल सके। साथ ही, उन्होंने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा की शुरुआत से पहले ही ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन कर लें ताकि यात्रा के दौरान कोई परेशानी न हो।यात्रा मार्ग पर सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, यह कदम यात्रियों के लिए सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। चारधाम यात्रा हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है, और प्रशासन इस बार यात्रा के दौरान होने वाली समस्याओं को कम से कम करने के लिए गंभीर है। इस ग्रीन कार्ड व्यवस्था के अलावा, प्रशासन ने यात्रा मार्गों पर आपातकालीन सेवाओं और मेडिकल स्टाफ को तैनात करने का भी फैसला लिया है, ताकि कोई भी अप्रत्याशित घटना होने पर तुरंत सहायता मिल सके।इसके साथ ही, चारधाम यात्रा 2025 के दौरान यात्रा मार्गों पर ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर भी कड़े कदम उठाए गए हैं। विभिन्न स्थानों पर ट्रैफिक जाम से बचने के लिए प्रशासन ने मार्गों को अलग-अलग स्लॉट में बांट दिया है। यही नहीं, यात्री वाहनों को मार्ग पर सुरक्षात्मक रुख अपनाने के लिए उपयुक्त मार्गदर्शन भी दिया जाएगा।चारधाम यात्रा का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राज्य की आर्थिक स्थिति के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसलिए इस बार प्रशासन ने यात्रा की व्यवस्था को और अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने की दिशा में यह कदम उठाया है।इस साल की यात्रा में बदलाव और नई व्यवस्थाओं के साथ, चारधाम यात्रा 2025 एक नई मिसाल पेश कर सकती है, जिसमें श्रद्धालु न केवल अपने धार्मिक कर्तव्यों को निभा सकेंगे, बल्कि यात्रा के दौरान उन्हें हर कदम पर सुरक्षा और सहायता मिलेगी।