
मुंबई। बॉलीवुड और मराठी फिल्म इंडस्ट्री में इस वक्त अगर किसी फिल्म ने इतिहास रच दिया है, तो वो है ‘छावा’। जहां बड़ी-बड़ी सुपरस्टार्स की फिल्में भी 2-3 हफ्तों में बॉक्स ऑफिस से गायब हो जाती हैं, वहीं ‘छावा’ ने 61वें दिन भी सिनेमाघरों में अपनी धमाकेदार मौजूदगी दर्ज कराई है। इस फिल्म ने मंगलवार को भी अपनी कमाई से सभी को चौंका दिया और हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्मों ‘Jaat’ और ‘Sikandar’ के सामने से मोटी रकम उड़ा ली। फिल्म ट्रेड पंडितों के मुताबिक, ‘छावा’ ने 61वें दिन मंगलवार को भी ₹1.15 करोड़ की शानदार कमाई की। यह आंकड़ा हैरान करने वाला इसलिए भी है क्योंकि इतने दिन बाद भी फिल्म का कलेक्शन गिरने के बजाय स्थिर बना हुआ है। इसके मुकाबले इसी दिन ‘Jaat’ महज ₹48 लाख और ‘Sikandar’ ₹52 लाख ही कमा पाई, जिससे यह साफ हो गया कि दर्शकों के दिलों पर ‘छावा’ का ही राज बरकरार है।
क्यों खास है ‘छावा’
‘छावा’ एक ऐतिहासिक पीरियड ड्रामा फिल्म है, जो मराठा साम्राज्य के शूरवीर योद्धा छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है। इस फिल्म की कहानी में मराठा स्वाभिमान, बलिदान, और वीरता का बेहद प्रभावशाली चित्रण किया गया है। फिल्म की भव्यता, शानदार वॉर सीन, और दिल को छू लेने वाले डायलॉग्स ने दर्शकों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी है। इस फिल्म का निर्देशन भी बेहद उम्दा तरीके से किया गया है। निर्देशक ने न केवल ऐतिहासिक तथ्यों का बेहतरीन अनुसंधान किया, बल्कि सेट डिज़ाइन, कॉस्ट्यूम्स और लोकेशंस के चयन में भी हर बारीकी का ध्यान रखा, जिससे फिल्म एक विशाल कैनवास पर जीवंत नजर आती है।
दर्शकों की दीवानगी सातवें आसमान पर
फिल्म का क्रेज अभी भी ऐसा है कि मुंबई, पुणे, नासिक, और औरंगाबाद जैसे शहरों के सिनेमाघरों में इसके शो हाउसफुल जा रहे हैं। कई जगहों पर दर्शक एडवांस बुकिंग करवा रहे हैं और वीकडेज में भी थिएटर में भीड़ उमड़ रही है। छात्रों, युवाओं, इतिहास प्रेमियों और मराठा समाज के बीच इस फिल्म को लेकर खासा उत्साह बना हुआ है। फिल्म समीक्षक भी ‘छावा’ की सराहना कर रहे हैं और इसे मराठी सिनेमा का एक ऐतिहासिक माइलस्टोन बता रहे हैं।
अब तक का कुल कलेक्शन
अगर कुल कलेक्शन की बात करें तो ‘छावा’ ने अब तक भारत में लगभग ₹153.75 करोड़ का कारोबार कर लिया है। ये आंकड़ा कई बॉलीवुड सुपरहिट फिल्मों से ज्यादा है। फिल्म ट्रेड एनालिस्ट्स का मानना है कि अगर यही रफ्तार रही, तो ‘छावा’ जल्द ही ₹160 करोड़ क्लब में शामिल हो सकती है।
फिल्म इंडस्ट्री के लिए नई उम्मीद
‘छावा’ की सफलता ने साबित कर दिया है कि अच्छी कहानी, सशक्त अभिनय और दमदार निर्देशन हो तो बिना बड़े सितारों के भी फिल्में सुपरहिट हो सकती हैं। खासकर रीजनल सिनेमा में यह फिल्म एक नई मिसाल बनकर उभरी है। कई निर्माता अब इसी तरह के ऐतिहासिक और लोककथाओं पर आधारित प्रोजेक्ट्स को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं।
बॉक्स ऑफिस पर Jaat और Sikandar की हालत पतली
जहां ‘छावा’ ताबड़तोड़ कमाई कर रही है, वहीं इसी हफ्ते रिलीज़ हुई ‘Jaat’ और ‘Sikandar’ बॉक्स ऑफिस पर ज़ोर पकड़ने में नाकामयाब साबित हो रही हैं। दोनों फिल्मों की शुरुआती ओपनिंग भी कमजोर रही और अब ‘छावा’ के मुकाबले इनकी हालत और पतली हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन फिल्मों के लिए अब आगे की राह काफी मुश्किल होने वाली है।
ट्रेड एनालिस्ट्स की राय
फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट तरन आदर्श ने कहा, “छावा की लगातार हो रही कमाई भारतीय फिल्म इतिहास में दुर्लभ है। खासकर इतने लंबे वक्त तक सिनेमाघरों में टिके रहना और हर दिन अच्छा कलेक्शन करना, ये साबित करता है कि दर्शक कंटेंट को महत्व दे रहे हैं।”