चारधाम यात्रा 2025: जौलीग्रांट से केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए दो मई से शुरू होगी हवाई सेवा, 70% बुकिंग पूरी

चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और इस बार तीर्थयात्रियों के लिए एक नई सुविधा शुरू की जा रही है। उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से दो, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए जौलीग्रांट हवाई अड्डे से हवाई सेवा दो मई से शुरू हो रही है। यह सेवा तीर्थयात्रियों को एक सुरक्षित, सुविधाजनक और समय बचाने वाली यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। हवाई सेवा के शुभारंभ को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल है, और पहले ही 70% से अधिक सीटें बुक हो चुकी हैं।इस हवाई सेवा के शुभारंभ से तीर्थयात्रियों को एक बड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि यात्रा में लगने वाले समय में काफी कमी आएगी। अब श्रद्धालु हवाई मार्ग से सीधे जौलीग्रांट हवाई अड्डे तक पहुंच सकते हैं और फिर वहां से जल्दी ही केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए यात्रा जारी रख सकते हैं। यह सेवा न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक शानदार विकल्प होगी, बल्कि उन लोगों के लिए भी उपयोगी होगी जो शारीरिक रूप से यात्रा में कठिनाई महसूस करते हैं या जिन्हें समय की कमी है।

यात्रा की शुरुआत और बुकिंग की स्थिति

हवाई सेवा का उद्घाटन दो मई से किया जाएगा, और शुरुआती बुकिंग के आंकड़े यह बताते हैं कि यात्रियों का इस सेवा में भारी विश्वास है। लगभग 70% सीटें पहले ही बुक हो चुकी हैं, जो इस हवाई सेवा की लोकप्रियता और तीर्थयात्रियों के बीच बढ़ती मांग को दर्शाता है। कई लोग पहले से ही अपनी यात्रा की योजना बना चुके हैं और अब वे इस तेज़ और सुविधाजनक यात्रा विकल्प का हिस्सा बनना चाहते हैं। जौलीग्रांट हवाई अड्डे से केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए यह सेवा कई हवाई कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी, जो तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए समय-समय पर अतिरिक्त उड़ानें भी संचालित करेंगी।

यात्रा की सुविधा और सुरक्षा

इस हवाई सेवा के माध्यम से यात्रियों को केवल समय की बचत नहीं होगी, बल्कि एक उच्च सुरक्षा स्तर भी मिलेगा। यात्रा के दौरान सभी हवाई यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय किए गए हैं। हवाई अड्डे पर कोरोना सुरक्षा प्रोटोकॉल, स्वच्छता, और यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा, हवाई यात्रा के बाद केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम तक पहुँचने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा का भी इंतजाम किया गया है, जिससे यात्रियों को एक आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव होगा।

हवाई सेवा के लाभ

केदारनाथ और बद्रीनाथ की तीर्थ यात्रा पारंपरिक रूप से कठिन और लंबी यात्रा मानी जाती थी, जिसमें सड़क मार्ग से कई घंटे और कभी-कभी दिन भी लग जाते थे। इस नए हवाई मार्ग से यात्रा का समय कम होगा, और तीर्थयात्री अपनी यात्रा को अधिक सहजता और आराम से पूरा कर पाएंगे। इससे केवल समय की ही बचत नहीं होगी, बल्कि यात्रा में जुड़ी शारीरिक थकान भी कम होगी।

प्रशासन की तैयारी

इस वर्ष चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड राज्य सरकार और प्रशासन ने सुरक्षा के साथ-साथ यात्रा की सुविधा में कई सुधार किए हैं। हवाई सेवा के अलावा, यात्रा मार्ग पर पार्किंग, विश्राम स्थल, चिकित्सा सेवाओं, और यात्री सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है। खासकर जौलीग्रांट हवाई अड्डे से धाम तक की यात्रा को और सुविधाजनक बनाने के लिए प्रशासन ने पहले से ही तैयारी कर ली है। चारधाम यात्रा 2025 में हवाई सेवा की शुरुआत एक अहम कदम है, जो यात्रियों को न केवल समय की बचत कराएगी, बल्कि उनके यात्रा अनुभव को भी बेहतर बनाएगी। विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए यह सेवा उपयोगी होगी, जो शारीरिक रूप से लंबी यात्रा करने में सक्षम नहीं हैं। 70% सीटों के पहले से बुक होने से यह साफ जाहिर है कि श्रद्धालुओं के बीच इस सेवा की बहुत मांग है। उम्मीद की जा रही है कि आगामी दिनों में और भी बुकिंग होंगी, और हवाई सेवा को लेकर यात्रियों का उत्साह बढ़ता रहेगा।

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