
नैनीताल, जिसे शांत और सुंदर पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है, शनिवार को अचानक एक उग्र जनआंदोलन के केंद्र में तब्दील हो गया जब एक मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी की घटना सामने आई। घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया और देखते ही देखते हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए। आक्रोशित जनता ने न्याय की मांग करते हुए बाजार बंद करवाया, सड़कों पर प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान स्थिति इतनी उग्र हो गई कि तीन घंटे तक शहर में अफरातफरी का माहौल रहा।प्रदर्शनकारियों ने नैनीताल के तल्लीताल क्षेत्र में मुख्य बाज़ार को पूरी तरह बंद कर दिया। उन्होंने प्रशासन और पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए और कहा कि जब तक दोषियों को गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सज़ा नहीं दी जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ था लेकिन जैसे-जैसे भीड़ बढ़ी, वैसे-वैसे हालात बेकाबू होते गए। भीड़ ने कई दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शन और उग्र हो गया।पथराव की घटनाओं में कई पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए। पुलिस को भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। तल्लीताल से मल्लीताल तक पूरे क्षेत्र में भगदड़ का माहौल बन गया और स्थानीय लोगों में डर और दहशत फैल गई। कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें खुद बंद कर लीं जबकि कई व्यापारियों को सुरक्षा के लिहाज से अपने प्रतिष्ठानों को ताले लगाकर भागना पड़ा। प्रशासन को भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ा और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात पर नजर बनाए रखी।इस घटना ने नैनीताल शहर के सामाजिक ताने-बाने को झकझोर कर रख दिया है। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस बार वे चुप नहीं बैठेंगे और जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलता, वे आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने प्रशासन से यह भी मांग की है कि सिर्फ दोषियों को पकड़ना ही नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस और स्थायी कदम उठाए जाएं। वहीं, कई महिला संगठनों और अभिभावक समूहों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन से ठोस योजना बनाने की मांग की है।पुलिस प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि जांच तेज़ी से की जा रही है और जल्द ही दोषी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा शहर में शांति बनाए रखने की अपील की गई है और कहा गया है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। हालांकि फिलहाल नैनीताल में तनाव का माहौल बना हुआ है और पुलिस हर कोने पर निगरानी बनाए हुए है।इस पूरी घटना ने नैनीताल को एक गहरे सदमे में डाल दिया है। एक तरफ मासूम के साथ हुई हैवानियत, और दूसरी ओर समाज का आक्रोश — दोनों ही यह संकेत दे रहे हैं कि अब समय आ गया है जब प्रशासन को बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए सिर्फ वादे नहीं, बल्कि सख्त कदम उठाने होंगे। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब इंसाफ नहीं मिलता, तो जनता खुद आवाज़ उठाती है — और नैनीताल की जनता ने यह आवाज़ बुलंद कर दी है।