
भारत की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक प्रहार करते हुए पाकिस्तान में छिपे जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के परिवार पर जोरदार वार किया है। खुफिया जानकारी और तकनीकी निगरानी के आधार पर की गई इस सटीक कार्रवाई में मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्य मारे गए, जिनमें उसकी बहन, बहनोई, भांजे और भांजियां शामिल हैं। इस हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों में मातम पसरा हुआ है और आतंकी संगठन के भीतर दहशत का माहौल है।
सटीक लक्ष्य, सीमापार की कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई सीमापार की गई एक गुप्त ऑपरेशन का हिस्सा थी, जिसे भारतीय खुफिया एजेंसियों और विशेष बलों ने मिलकर अंजाम दिया। यह ऑपरेशन कई हफ्तों की प्लानिंग, निगरानी और रणनीतिक सूचनाओं पर आधारित था। मसूद अजहर के परिवार के सदस्य पाकिस्तान के बहावलपुर क्षेत्र में स्थित उसके निजी परिसर में छिपे हुए थे, जिसे जैश का सुरक्षित गढ़ माना जाता रहा है।
ऑपरेशन के तहत उस ठिकाने को ड्रोन हमलों और सटीक मिसाइलों की मदद से निशाना बनाया गया। शुरुआती रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि यह हमला रात के अंधेरे में बेहद गोपनीय तरीके से किया गया, जिससे जैश के आतंकी सतर्क होने का मौका भी नहीं पा सके।
आतंकी नेटवर्क को बड़ा झटका
मसूद अजहर के पारिवारिक सदस्यों की मौत जैश-ए-मोहम्मद के लिए एक बड़ा मानसिक और संगठनात्मक झटका है। जिन लोगों को मारा गया, वे न सिर्फ उसके करीबी थे, बल्कि संगठन के अंदरूनी कामकाज में भी सक्रिय भूमिका निभाते थे। इन लोगों के जरिए अजहर अपनी गतिविधियों को गुप्त रूप से संचालित करता था।
इस कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान के खुफिया और सुरक्षा तंत्र में हलचल है। हालांकि आधिकारिक रूप से पाकिस्तान ने इस हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, बहावलपुर के उस क्षेत्र को सुरक्षा एजेंसियों ने सील कर दिया है और मीडिया कवरेज पर रोक लगा दी गई है।
भारत की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं
भारत सरकार की ओर से इस ऑपरेशन को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है, लेकिन रक्षा सूत्रों का कहना है कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। बीते वर्षों में उरी, पुलवामा और पठानकोट जैसे हमलों के बाद भारत ने आतंकवादियों के संरक्षकों के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया है और “ऑपरेशन सिंदूर” उसी नीति का विस्तार है।
जैश के भीतर भय का माहौल
इस कार्रवाई के बाद से जैश-ए-मोहम्मद के अन्य आतंकी ठिकानों पर भी चौकसी बढ़ा दी गई है। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह हमला सिर्फ एक शुरुआत है और “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत आने वाले दिनों में और भी बड़े लक्ष्य चिन्हित किए जा सकते हैं। मसूद अजहर के अन्य सहयोगियों और वित्तीय नेटवर्क की भी निगरानी की जा रही है। “ऑपरेशन सिंदूर” ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत आतंक के खिलाफ किसी भी सीमा तक जाकर कार्यवाही करने से पीछे नहीं हटेगा। मसूद अजहर जैसे आतंकियों को अब यह समझ लेना चाहिए कि चाहे वे जितना भी छिपने की कोशिश करें, भारत की निगाहें उन पर हैं। जैश-ए-मोहम्मद को अपने शीर्ष नेतृत्व और पारिवारिक ढांचे में हुआ यह नुकसान लंबे समय तक झकझोर कर रख सकता है।
OperationSindoor #MissionSindoor #IndianArmy #IndianAirForce #SurgicalStrike #JusticeServed #JaiHind #POK #PahalgamTerrorAttack #WomenInUniform #Trending #Viral #Reels #InstaReels #IndiaStrikesBack #NationFirst #SaluteToHeroes #India #Bharat #DeshBhakti #ShaktiBharat #ColonelSophiaQureshi #WingCommanderVyomikaSingh #IndianDefense #MilitaryPower #AirStrike #ArmyPride #NationWithForces