
आजकल हेल्दी खाने का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है, लेकिन क्या आपको पता है कि कभी-कभी यह अच्छी आदत भी एक गंभीर समस्या बन सकती है? हाँ, यह सच है कि स्वस्थ भोजन की आदत के पीछे छुपा हो सकता है एक खतरनाक मानसिक विकार जिसे ईटिंग डिसऑर्डर (Eating Disorder) कहा जाता है। ये डिसऑर्डर न केवल आपके शरीर को प्रभावित करते हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी भारी प्रभाव डालते हैं।ईटिंग डिसऑर्डर के कई प्रकार होते हैं, जैसे कि एनोरक्सिया नर्वोसा (Anorexia Nervosa), बुलेमिया (Bulimia Nervosa), और ऑर्थोरेक्सिया (Orthorexia)। खासकर ऑर्थोरेक्सिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति अत्यधिक स्वस्थ या ‘परफेक्ट’ खाने को लेकर obsesed हो जाता है और अपनी डाइट को लेकर बहुत सख्त नियम बना लेता है। इससे उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत दोनों प्रभावित होती हैं।यह समस्या उन लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है जो अपने शरीर के प्रति ज्यादा सजग होते हैं, फिटनेस या वजन नियंत्रण को लेकर अत्यधिक चिंतित रहते हैं, या फिर सोशल मीडिया पर दिखाए जाने वाले परफेक्ट बॉडी इमेज के दबाव में रहते हैं। शुरुआत में तो यह आदत हेल्दी लगती है, लेकिन धीरे-धीरे यह तनाव, अवसाद, कमजोरी, और पोषण की कमी जैसी गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकती है।ईटिंग डिसऑर्डर के लक्षणों में खाना खाने से बचना, भोजन की मात्रा बहुत कम करना, बार-बार वज़न चेक करना, भोजन के प्रति अत्यधिक चिंता, और सामाजिक समारोहों में खाने से बचना शामिल हैं। अगर आप या आपके कोई जानने वाला इस प्रकार की आदतों से गुजर रहा है, तो इसे गंभीरता से लेना जरूरी है।इससे निपटने के लिए मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह लेना बेहद जरूरी होता है। सही इलाज, काउंसलिंग, और परिवार का समर्थन इस विकार से बाहर निकलने में मदद कर सकता है। याद रखें, हेल्दी खाना खाने की आदत तब तक फायदेमंद होती है जब तक वह आपके शरीर और मन दोनों को संतुलित रखे।इसलिए अपनी आदतों पर ध्यान दें और अगर कहीं आपको लग रहा है कि हेल्दी खाने के नाम पर आप अपने शरीर को नुकसान पहुंचा रहे हैं, तो समय रहते मदद लें। स्वस्थ रहना है तो मानसिक स्वास्थ्य का भी उतना ही ध्यान रखें जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य का।