
World Hypertension Day 2025 के मौके पर विशेषज्ञों ने तनाव (Stress) और उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) के बीच गहरे संबंध को रेखांकित किया है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव हमारे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल रहा है, जिससे न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। हाई ब्लड प्रेशर, जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, हृदय रोगों, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी बीमारियों का प्रमुख कारण बन सकता है। डॉक्टरों के अनुसार, तनाव की वजह से शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे हार्मोन बढ़ जाते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर ब्लड प्रेशर को बढ़ा देते हैं।विशेषज्ञों ने बताया कि तनाव सीधे तौर पर हाई बीपी को जन्म दे सकता है या फिर पहले से मौजूद हाई बीपी को और खराब कर सकता है। इस तनाव के कारण हमारे जीवनशैली में कई नकारात्मक बदलाव भी आ सकते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ावा देते हैं।डॉक्टरों ने 6 खास आदतों और परिस्थितियों को बताया, जो तनाव को बढ़ाकर हाई बीपी का खतरा बढ़ाती हैं। पहली, नींद की कमी; जब शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिलता, तो तनाव हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे रक्तचाप असंतुलित हो जाता है। दूसरी, अत्यधिक काम का दबाव; ऑफिस या घर पर ज्यादा जिम्मेदारियां और तनाव हृदय पर दबाव डालते हैं। तीसरी, अस्वस्थ आहार; ज्यादा तला-भुना, नमकयुक्त और जंक फूड खाना न केवल वजन बढ़ाता है, बल्कि रक्तचाप को भी प्रभावित करता है। चौथी, शारीरिक गतिविधि की कमी; व्यायाम न करने से शरीर में तनाव कम करने वाले हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है और रक्तचाप नियंत्रित नहीं रहता। पांचवीं, धूम्रपान और शराब का सेवन; ये आदतें रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं और तनाव के प्रभाव को बढ़ाती हैं। और अंत में, भावनात्मक और सामाजिक तनाव; पारिवारिक या सामाजिक परेशानियां भी मानसिक दबाव बढ़ाकर हाई बीपी को बढ़ावा देती हैं।World Hypertension Day 2025 इस बात पर जोर देता है कि हमें अपने मानसिक तनाव को कम करने के लिए सही उपाय अपनाने होंगे। योग, ध्यान, गहरी साँस लेने की तकनीकें और नियमित व्यायाम तनाव कम करने में बहुत मददगार साबित होते हैं। साथ ही, संतुलित आहार, जिसमें फल, सब्जियां, और कम सोडियम वाला खाना शामिल हो, ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने में सहायक होता है। डॉक्टरों का सुझाव है कि नियमित रूप से ब्लड प्रेशर जांच कराते रहें ताकि किसी भी समस्या को शुरुआती चरण में पहचानकर समय रहते उपचार किया जा सके।तनाव को कम करके हम न केवल अपने दिल की सेहत बेहतर बना सकते हैं, बल्कि एक बेहतर और खुशहाल जीवन भी जी सकते हैं। World Hypertension Day 2025 इस संदेश को फैलाने का अवसर है कि तनाव को गंभीरता से लें और अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें। क्योंकि “स्वस्थ मन में स्वस्थ शरीर का वास होता है।”