
ज्योति नाम की महिला के खिलाफ चल रही जांच में एक नया मोड़ सामने आया है, जहां जांच एजेंसियों को पाकिस्तान और चीन के वीजा आसानी से मिलने पर संदेह हुआ है। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद गंभीर माना जा रहा है क्योंकि इसमें विदेशों के साथ संदिग्ध संपर्क और संदिग्ध गतिविधियों की संभावना जताई जा रही है।जानकारी के मुताबिक, ज्योति ने पाकिस्तान और चीन का वीजा अपेक्षाकृत असाधारण तरीके से प्राप्त किया, जिससे जांच एजेंसियों को यह संदेह हुआ कि उसके पास किसी प्रकार की अंदरूनी मदद या संपर्क था, खासकर पाकिस्तान के दूतावास में। जांच में पता चला कि ज्योति को पाकिस्तान और चीन के वीजा मिलने में कोई विशेष कठिनाई नहीं हुई, जबकि आमतौर पर वीजा प्राप्त करना एक जटिल और कड़े जांच-पड़ताल वाला प्रक्रिया होती है। इस पर एजेंसियों ने सवाल उठाए हैं कि क्या उसके पास ऐसे संपर्क थे जिन्होंने उसे विशेष सुविधाएं प्रदान कीं।ज्योति के खिलाफ जांच एजेंसियां उसके विदेश संपर्क, यात्रा के मकसद और विदेशों में उसके संभावित सहयोगियों की तलाश कर रही हैं। माना जा रहा है कि पाकिस्तान-चीन के साथ उसके रिश्तों में कुछ गुप्त बातें छिपी हो सकती हैं, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं। इसके अलावा, एजेंसियां यह भी जांच रही हैं कि क्या ज्योति ने किसी अन्य व्यक्ति या समूह के लिए संवेदनशील जानकारियां एकत्रित की हैं या विदेशों को पहुंचाई हैं।ज्योति के पाकिस्तान और चीन वीजा के आसानी से मिलने की जानकारी सामने आने के बाद देश की खुफिया एजेंसियां और भी सतर्क हो गई हैं। यह मामला एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि कैसे कुछ लोग विशेष नेटवर्क या संबंधों की मदद से नियमों को दरकिनार करते हुए विदेशी वीजा प्राप्त कर लेते हैं और क्या इससे राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई खतरा उत्पन्न हो सकता है।जांच जारी है और एजेंसियां हर पहलू की गहनता से पड़ताल कर रही हैं ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके। देश की सुरक्षा के लिए ऐसे मामलों की जल्द से जल्द जांच और समाधान बेहद जरूरी है।