उत्तराखंड के देहरादून में दिल्ली के एक गैंग से जुड़े बांग्लादेशी नागरिकों के आक्रमक प्रवेश और बसावट को लेकर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के इस गैंग का नेटवर्क बांग्लादेशियों को बंगाल से बिहार होते हुए दिल्ली तक लाने का काम करता है, जहां से फिर ये लोग देश के विभिन्न हिस्सों में फैलाए जाते हैं। देहरादून में भी इस गैंग के दो ठेकेदारों द्वारा चार बांग्लादेशी नागरिकों को लेकर आने की पुष्टि हुई है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ये बांग्लादेशी नागरिक फर्जी आधार कार्ड बनवाकर विभिन्न मजदूरी के कामों में लगाए जाते हैं। फर्जी दस्तावेजों के सहारे ये लोग भारत के विभिन्न इलाकों में रह रहे हैं, जिससे कानून व्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो रहा है। देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने इस मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए बताया कि पुलिस इस गैंग के प्रमुख सदस्यों और उनके संपर्कों की तलाश में लगी हुई है।
दिल्ली की इस गैंग के पास एक व्यापक नेटवर्क है, जो बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध तरीके से भारत में बसाने और उनकी आवाजाही को सुगम बनाता है। यह नेटवर्क बांग्लादेश से भारत के सीमावर्ती राज्यों के रास्ते होकर दिल्ली पहुंचता है, जहां से यह अपराधी नेटवर्क इन्हें विभिन्न राज्यों में भेजता है।
पुलिस अब उन लोगों की भी खोज कर रही है जो बांग्लादेशियों को भारत लाने का काम करते हैं। इस पूरे नेटवर्क को पकड़ने के लिए खुफिया एजेंसियां और पुलिस के विशेष विभाग मिलकर कार्यरत हैं। इस कदम से देश की सीमा सुरक्षा और कानून व्यवस्था मजबूत होगी, साथ ही अवैध प्रवास को रोकने में भी मदद मिलेगी।
देहरादून समेत उत्तराखंड के अन्य जिलों में भी इस गैंग की मौजूदगी को लेकर सतर्कता बढ़ाई गई है ताकि जल्द से जल्द इस नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा सके। पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें ताकि इस मामले में और कार्रवाई की जा सके।
यह मामला सिर्फ देहरादून तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे उत्तराखंड और पड़ोसी राज्यों के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है। इसलिए इस नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म करने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है, जिससे देश में अवैध प्रवास और उससे जुड़े अपराधों पर लगाम लगाई जा सके।