
उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुगम मार्ग सुनिश्चित करने के लिए सेना के जवानों ने बर्फ हटाने का कार्य तेज कर दिया है। अब तक हेमकुंड साहिब के करीब तीन किलोमीटर लंबे आस्था पथ से पूरी तरह बर्फ हटा ली गई है, जबकि केवल अंतिम 150 मीटर हिस्से में बर्फ हटाने का कार्य शेष रह गया है। इस कार्य के मंगलवार तक पूरा होने की संभावना है, जिसके बाद तीर्थयात्रियों के लिए रास्ता पूरी तरह सुगम हो जाएगा।गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह के अनुसार, मंगलवार तक मार्ग पूर्ण रूप से सुचारु कर दिया जाएगा। इससे यात्रियों को हेमकुंड साहिब तक बिना किसी कठिनाई के पहुंचने में सुविधा होगी।
सात कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया जाएगा हेमकुंड साहिब
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे को इस वर्ष विशेष रूप से सजाने की योजना है। इसके लिए सात कुंतल गेंदे के फूलों की व्यवस्था की गई है, जो पहले ही गोविंदघाट पहुंच चुके हैं। ये फूल गुरुद्वारे के मुख्य भवन, प्रवेश द्वार, आंगन और आसपास के स्थानों पर भव्य सजावट के लिए प्रयोग में लाए जाएंगे। श्रद्धालुओं को इस वर्ष एक नई आध्यात्मिक और सौंदर्यपूर्ण अनुभूति प्राप्त होगी।
भंडारे और खाद्यान्न की व्यवस्था पूरी
हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट की ओर से गोविंदघाट, ज्योतिर्मठ, घांघरिया और हेमकुंड साहिब स्थित गुरुद्वारों में भंडारे के लिए आवश्यक खाद्यान्न की अग्रिम व्यवस्था कर ली गई है। जून माह तक के लिए राशन और जरूरी सामग्री का भंडारण कर लिया गया है, ताकि यात्रा के दौरान किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो।
हेली सेवा की बुकिंग शुरू, पहले दिन 415 टिकट बुक
श्रद्धालुओं के लिए हेमकुंड साहिब यात्रा को और आसान बनाने हेतु हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग भी सोमवार से शुरू कर दी गई है। आईआरसीटीसी (IRCTC) की आधिकारिक वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in पर दोपहर 12 बजे से बुकिंग स्लॉट खोले गए। पहले ही दिन यात्रियों ने यात्रा के लिए उत्साह दिखाते हुए कुल 415 हेली टिकटों की बुकिंग की।
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) के अनुसार इस बार पवन हंस एविएशन कंपनी हेली सेवा का संचालन करेगी। सेवा गोविंदघाट से घांघरिया तक उपलब्ध होगी। प्रति यात्री आने-जाने का किराया 10,080 रुपये निर्धारित किया गया है। यह सेवा 25 मई से 22 जून तक संचालित की जाएगी।अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी दयानंद सरस्वती ने बताया कि हेली टिकट बुक करने के लिए यात्रा पंजीकरण अनिवार्य है। बिना रजिस्ट्रेशन कोई टिकट बुक नहीं कर सकता। यात्रा रजिस्ट्रेशन और हेली टिकट की प्रक्रिया पारदर्शी और पूरी तरह ऑनलाइन है, जिससे अव्यवस्था या दलाली की गुंजाइश नहीं रहेगी।
25 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट
गौरतलब है कि हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को विधिवत रूप से श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोले जाएंगे। हर वर्ष हजारों श्रद्धालु इस पवित्र स्थल की कठिन यात्रा कर गुरु श्री गोबिंद सिंह जी की तपोस्थली पर मत्था टेकने आते हैं। इस वर्ष प्रशासन और गुरुद्वारा प्रबंधन की ओर से यात्रा को अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।