
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कच्छ की बहनों को समर्पित एक खास तोहफा देते हुए अपने आवास पर सिंदूर का पौधा लगाया। यह कदम नारीशक्ति के शौर्य और प्रेरणा का प्रतीक माना जा रहा है। मोदी ने इस पहल के माध्यम से महिलाओं की ताकत और उनके सामाजिक योगदान को सम्मानित किया है।
सिंदूर का पौधा पारंपरिक रूप से विवाह और नारीत्व का प्रतीक माना जाता है, लेकिन पीएम मोदी ने इसे नारीशक्ति की जीवंतता, स्थिरता और जीवन के प्रति उनकी जिम्मेदारी का संकेत बताया। कच्छ क्षेत्र की बहनें अपनी बहादुरी, संघर्ष और समर्पण के लिए जानी जाती हैं, जिन्होंने सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करते हुए समाज में अपनी अलग पहचान बनाई है।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि महिलाओं की भागीदारी से ही समाज सशक्त और प्रगति कर सकता है। उन्होंने कहा कि नारीशक्ति न केवल परिवार की रीढ़ होती है, बल्कि राष्ट्र की भी आधारशिला है। इस पौधे के माध्यम से हम नारी शक्ति के अदम्य साहस और प्रेरणा को याद रखेंगे और आने वाली पीढ़ियों को भी यह संदेश मिलेगा कि महिलाओं का सम्मान और संरक्षण हर समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल महिलाओं के प्रति सम्मान और उनकी गरिमा को बढ़ाने का एक प्रतीकात्मक प्रयास है। कच्छ की बहनों को यह तोहफा उनकी संस्कृति और परंपराओं के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है और देश भर में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणा बनता है।
इस कार्यक्रम में कई सामाजिक कार्यकर्ता, महिला संगठन और स्थानीय प्रतिनिधि भी मौजूद थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री की इस पहल की सराहना की और नारीशक्ति को और मजबूत बनाने के लिए सामूहिक प्रयास जारी रखने का संकल्प लिया।
यह कदम प्रधानमंत्री मोदी की महिलाओं के उत्थान और उनके अधिकारों के प्रति समर्पण को दर्शाता है, जो उनके कई अन्य कार्यक्रमों और पहलों के साथ जुड़ा हुआ है, जिनका लक्ष्य देश की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सम्मानित बनाना है।