
मई के बाद जून में उत्तराखंड का मौसम बदलाव लेकर आया है, जिससे पिछले दिनों की तेज़ गर्मी से आम लोगों को थोड़ी राहत मिली है। बारिश और पर्वतीय इलाकों में हुई बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जो खासतौर पर पर्वतीय क्षेत्रों के साथ-साथ मैदानी इलाकों में भी महसूस की जा रही है। बीते बुधवार को हुई बारिश का असर बृहस्पतिवार के दिन भी साफ देखा गया, जब दून का अधिकतम तापमान सामान्य से करीब दो डिग्री नीचे 33.7 डिग्री Celsius तक गिर गया। वहीं, रात का न्यूनतम तापमान चार डिग्री कम होकर 18.8 डिग्री Celsius रिकॉर्ड किया गया, जो मौसम की ठंडक को दर्शाता है।
सुबह के समय मौसम खुला रहा और सूरज ने अपनी किरणें बिखेरीं, जिससे दिन के दौरान तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई और तपिश महसूस की गई। लेकिन शाम होते-होते मौसम फिर बदल गया और हवा के साथ हल्की बूंदाबांदी ने वातावरण को सुहाना बना दिया। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि इस समय हो रही तापमान में गिरावट का मुख्य कारण जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ प्री-मानसून की बारिश है, जो लगातार हो रही है और तापमान को सामान्य से नीचे बनाए रख रही है।
आज, यानी शुक्रवार के लिए मौसम पूर्वानुमान भी यही बताता है कि दून सहित आसपास के इलाकों में आंशिक बादल छाए रहेंगे। दिन का अधिकतम तापमान लगभग 35 डिग्री Celsius तक पहुंचने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 21 डिग्री के आस-पास रहेगा। यह मौसम जहां एक तरफ गर्मी से राहत दे रहा है, वहीं बारिश के आसार भी बने हुए हैं, जो किसानों और स्थानीय निवासियों के लिए सुखद समाचार है।
इस प्रकार उत्तराखंड के कई हिस्सों में अब भी सामान्य से कम तापमान और आंशिक बारिश का दौर जारी रहने की उम्मीद है, जो मानसून आने से पहले ही यहां के मौसम को ठंडक और ताजगी से भर रहा है। ऐसे मौसम में लोग गर्मी की वजह से होने वाली असुविधाओं से बचाव कर सकते हैं और जलवायु परिवर्तन के इस प्रभाव को करीब से महसूस कर रहे हैं।