
बॉलीवुड में अपनी दमदार अदाकारी से एक अलग पहचान बनाने वाले पंकज त्रिपाठी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। अपने सहज, सरल और गहरे अभिनय के लिए पहचाने जाने वाले पंकज इन दिनों अपनी आने वाली फिल्मों को लेकर खासे व्यस्त हैं। हाल ही में जहां वे डिज़्नी+हॉटस्टार पर आए चर्चित शो ‘क्रिमिनल जस्टिस’ के चौथे सीज़न को लेकर सुर्खियों में हैं, वहीं उनकी अगली फिल्म ‘मेट्रो इन दिनों’ भी 4 जुलाई को रिलीज़ के लिए तैयार है, जिसमें वो एक खास भूमिका निभा रहे हैं।इसी के साथ, पंकज त्रिपाठी इन दिनों लखनऊ में एक और फिल्म ‘पारिवारिक मनूरंजन’ की शूटिंग में जुटे हैं। यह फिल्म जितनी दिलचस्प नाम लिए हुए है, उतना ही दिल को छू जाने वाला इसका हाल ही में वायरल हुआ एक बीटीएस (बिहाइंड द सीन्स) वीडियो भी है, जिसमें लखनऊ की तहज़ीब, गर्मियों की मिठास और पंकज त्रिपाठी की दिलकश अदाओं का खूबसूरत संगम देखने को मिलता है।
लखनऊ की तहज़ीब – ‘पहले आप’ का अदब
वीडियो की शुरुआत पंकज त्रिपाठी से होती है, जो कैमरे के सामने मुस्कराते हुए बताते हैं कि लखनऊ में उनकी फिल्म ‘पारिवारिक मनूरंजन’ की शूटिंग चल रही है और गर्मियों के मौसम में जो सबसे खूबसूरत तोहफ़ा होता है, वह है आम। फिर वो खट्टे-मीठे आम के टुकड़ों की एक ट्रे लेकर आते हैं। तभी फिल्म की को-स्टार अदिति राव हैदरी फ्रेम में आती हैं, और पंकज त्रिपाठी उन्हें आम ऑफर करते हुए कहते हैं “पहले आप”।अदिति भी उसी तहज़ीब में जवाब देती हैं – “नहीं नहीं, पहले आप।”
यहीं से शुरू होता है लखनऊ की तहज़ीब का प्यारा सिलसिला – पहले आप… पहले आप…इसके बाद फिल्म की पूरी टीम एक-एक कर फ्रेम में आती है और पंकज त्रिपाठी सभी को आम ऑफर करते रहते हैं, लेकिन हर बार “पहले आप” कहते-कहते अंत में उनके लिए आम बचता ही नहीं। फिर भी वह मुस्कराकर कहते हैं – “पहले आप कहते-कहते अपने लिए कुछ नहीं बचा, लेकिन लखनऊ की तहज़ीब है… मुस्कुराइए, आप लखनऊ में हैं।”तभी अदिति फिर से आती हैं और पंकज को भी आम का एक टुकड़ा देती हैं, जिससे माहौल और भी खुशनुमा हो जाता है। पूरा वीडियो न केवल फिल्म के नाम ‘पारिवारिक मनूरंजन’ की भावना को दर्शाता है, बल्कि लखनऊ की अदबी संस्कृति और आम भारतीय मेहमाननवाज़ी की खूबसूरती को भी उजागर करता है।
आम की मिठास और तहज़ीब का तड़का
इस वीडियो के ज़रिए मेकर्स ने न केवल फिल्म के शूटिंग अपडेट साझा किए हैं, बल्कि दर्शकों को एक भावनात्मक जुड़ाव भी दिया है। उन्होंने कैप्शन में लिखा – “गर्मी का मौसम हो या लखनऊ की तहज़ीब, यहां सबकुछ मीठा है। मुस्कुराइए, आप ‘पारिवारिक मनूरंजन’ के परिवार के साथ लखनऊ में हैं।”वीडियो में हंसी-मज़ाक, अदबी व्यवहार और गहरा अपनापन साफ दिखाई देता है, जो दर्शकों को पंकज त्रिपाठी के किरदार से पहले ही जोड़ देता है।
पंकज त्रिपाठी की असल कला: पर्दे पर और पर्दे के पीछे
यह वीडियो एक बार फिर इस बात का प्रमाण है कि पंकज त्रिपाठी सिर्फ एक शानदार अभिनेता नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और मूल्यों के सच्चे संवाहक भी हैं। उनका “पहले आप” कहना सिर्फ एक संवाद नहीं, बल्कि जीवन का एक दर्शन है – विनम्रता, तहज़ीब और सामूहिक आनंद का प्रतीक।लखनऊ के गलियारों में गूंजती ये तहज़ीब, आम की मिठास के साथ मिलकर एक खूबसूरत सिनेमाई अनुभव बनने की ओर इशारा कर रही है। ‘पारिवारिक मनूरंजन’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव प्रतीत हो रहा है जो भारतीय पारिवारिक मूल्यों, सौहार्द्र और सरल मनोरंजन को बड़े पर्दे पर सजीव करेगा।