
देहरादून-ऋषिकेश मोटर मार्ग पर शनिवार को कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ा सड़क हादसा हो गया। हरियाणा के कैथल जिले से नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक के लिए जा रहे कांवड़ियों से भरा एक ट्रक अनियंत्रित होकर सात मोड़ के समीप दुर्गा माता मंदिर के पास पलट गया। इस ट्रक में चालक सहित कुल 28 कांवड़िए सवार थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक अचानक तेज गति से मोड़ पर आया और संतुलन खो बैठा। ट्रक पलटने की जोरदार आवाज से आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़े और तुरंत कोतवाली पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू कराया गया।
पुलिस ने घायलों को 108 आपातकालीन सेवा और सरकारी अस्पताल की एंबुलेंस की सहायता से नजदीकी एसपीएस राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। डॉक्टरों की टीम ने तत्काल प्राथमिक उपचार शुरू किया। इस हादसे में तीन कांवड़ियों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें बेहतर उपचार के लिए ऋषिकेश स्थित एम्स हायर सेंटर रेफर किया गया है। बाकी घायल कांवड़ियों को मामूली चोटें आई हैं, जिनका इलाज फिलहाल सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है।
सभी श्रद्धालु हरियाणा के कैथल जिले से आए थे और नीलकंठ महादेव मंदिर में जल चढ़ाने के उद्देश्य से यात्रा पर निकले थे। यह हादसा न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि पूरे क्षेत्रवासियों के लिए भी हृदयविदारक रहा। पुलिस ने ट्रक को क्रेन की सहायता से हटवाकर मार्ग को पुनः सुचारु कराया।
पुलिस द्वारा इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में संभावना जताई जा रही है कि ट्रक चालक ने तेज रफ्तार के कारण नियंत्रण खो दिया था, जिससे यह दुर्घटना हुई। हादसे के बाद क्षेत्र में कुछ देर के लिए यातायात प्रभावित रहा, जिसे बाद में सामान्य कर दिया गया।
इस हादसे ने कांवड़ यात्रा की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने की बात कही जाती है, लेकिन ऐसे हादसे दर्शाते हैं कि अभी भी काफी कुछ सुधार की आवश्यकता है।
टिप्पणी:
कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए स्थानीय प्रशासन को सड़क सुरक्षा, वाहन फिटनेस और ट्रैफिक नियंत्रण पर विशेष ध्यान देना होगा, जिससे श्रद्धालु बिना किसी अनहोनी के अपनी धार्मिक यात्रा पूरी कर सकें।