
: मानसून के दौरान राजधानी दून और इसके आसपास के क्षेत्रों में जलभराव की गंभीर समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है, जिसके तहत देहरादून नगर निगम क्षेत्र को 12 अलग-अलग जोनों में विभाजित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य जलभराव की समस्या का त्वरित और प्रभावी समाधान करना है।
प्रशासन ने हाल ही में 30 लाख रुपये की लागत से 17 आधुनिक डी-वाटरिंग पंप खरीदे थे, जिन्हें सोमवार को विधिवत पूजा-अर्चना के बाद फील्ड में तैनात कर दिया गया। डीएम सविन बंसल ने स्वयं इन पंपों की तैनाती की निगरानी की और यह सुनिश्चित किया कि प्रत्येक पंप को संबंधित जलभराव क्षेत्र में सक्रिय किया जाए।
प्रत्येक जोन में एक-एक डी-वाटरिंग पंप तैनात किया गया है। इसके साथ ही, जलभराव से निपटने के लिए 30 अधिकारियों की विशेष टीम गठित की गई है, जिन्हें फील्ड में तुरंत एक्शन लेने का निर्देश दिया गया है। इन टीमों की निगरानी और संचालन के लिए तीन अनुभवी अधिकारियों को प्रभारी नियुक्त किया गया है—सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, उपजिलाधिकारी सदर हर गिरि, और उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी।
क्विक रिस्पांस टीम (QRT) का हुआ विस्तार
हालांकि QRT का गठन पहले से किया गया था, लेकिन बढ़ते जलभराव वाले क्षेत्रों की संख्या को देखते हुए अब इस टीम का विस्तार किया गया है। नई टीम को अत्याधुनिक डी-वाटरिंग पंपों से लैस किया गया है, जिससे जलभराव की स्थिति में तुरंत हस्तक्षेप और समाधान किया जा सके। टीम का उद्देश्य स्पष्ट है—रिस्पॉन्स टाइम को कम करना और फील्ड में तत्काल कार्रवाई करना।
तीनों जोन प्रभारी अधिकारियों की जिम्मेदारियां और क्षेत्रवार विभाजन
✅ सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह (जोनों के प्रभारी अधिकारी)
कवरेज क्षेत्र:
- प्रिंस चौक
- बल्लूपुर जीटीसी क्षेत्र (बल्लूपुर, कैंट, बिंदाल पुल, सिनर्जी अस्पताल)
- आईटी पार्क और आसपास (तपोवन, रायपुर रोड, सहस्रधारा क्रासिंग)
- सहस्रधारा रोड (ऊषा कॉलोनी, कृषाली चौक सहित)
✅ उपजिलाधिकारी सदर हर गिरि (जोनों के प्रभारी अधिकारी)
कवरेज क्षेत्र:
- 06 नंबर पुलिया से लेकर रायपुर स्टेडियम तक
- रिस्पना नदी क्षेत्र (सपेरा बस्ती, अधोईवाला, मोहिनी रोड)
- कांवली रोड, बिंदाल, भूसा स्टोर, सहारनपुर रोड, निरंजनपुर मंडी
- चंद्रबनी क्षेत्र (जीएमएस रोड, सेंट ज्यूड्स चौक, आशारोड़ी)
✅ उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी (जोनों के प्रभारी अधिकारी)
कवरेज क्षेत्र:
- आईएसबीटी क्षेत्र (लालपुल, महंत इंद्रेश अस्पताल, कारगी, जीएमएस रोड)
- बंगाली कोठी, दून यूनिवर्सिटी, मोथेरोंवाला
- बल्लूपुर चौक, पंडितवाड़ी, सीमाद्वार
- बंजारावाला, आर्केडिया ग्रांट
ऋषिकेश और डोईवाला को भी मिली प्राथमिकता
देहरादून के अतिरिक्त, ऋषिकेश और डोईवाला क्षेत्र को भी जलभराव से राहत पहुंचाने हेतु प्रशासन ने 5 डी-वाटरिंग पंपों की तैनाती की है। इनका संचालन शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा, जिससे इन क्षेत्रों में भी बारिश के बाद जलनिकासी सुनिश्चित हो सकेगी।
DM का संदेश: “जलभराव की समस्या से घबराएं नहीं, हम फील्ड में हैं”
जिलाधिकारी सविन बंसल ने आम जनता से अपील की है कि वे प्रशासन को सहयोग करें और किसी भी जलभराव की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम या संबंधित अधिकारी को दें। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासन पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है और हर क्षेत्र में त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।
📌 निष्कर्ष:
देहरादून प्रशासन की यह पहल मानसून से पूर्व एक बड़ा और सकारात्मक कदम है। 12 जोन की बंटवारे के साथ जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान देने की दिशा में यह एक ठोस प्रयास है, जो शहरवासियों को राहत की सांस देगा।