
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर चुनाव आयोग और भारतीय लोकतंत्र की निष्पक्षता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर एक चौंकाने वाला दावा किया। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली और गड़बड़ियां हुई हैं, जिससे लोकतंत्र के स्तंभों पर सीधा हमला हुआ है।
राहुल गांधी ने कहा कि उनके पास कुछ ऐसे डाटा और दस्तावेज हैं, जो यह साबित करते हैं कि वोटर लिस्ट में भारी गड़बड़ी की गई है। उन्होंने मीडिया को दिखाया कि लिस्ट में कई ऐसे नाम शामिल हैं जिनके घर का नंबर “0” (शून्य) दिखाया गया है – जो स्पष्ट रूप से एक असल पते की जगह पर फर्जीवाड़े की ओर इशारा करता है।
इतना ही नहीं, उन्होंने दावा किया कि मतदाताओं के पिता के नाम के कॉलम में अंग्रेजी के बेतुके अक्षर या संख्याएं लिखी गई हैं, जो दिखाता है कि यह सब एक सोची-समझी योजना के तहत किया गया। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि यह सिर्फ टेक्निकल एरर नहीं बल्कि एक सुनियोजित चुनावी षड्यंत्र है, जिससे वास्तविक मतदाताओं को बाहर कर फर्जी लोगों को शामिल किया गया।
राहुल गांधी ने इस मामले को भारतीय लोकतंत्र की आत्मा पर हमला बताते हुए कहा,
“अगर आप वोटर लिस्ट में फर्जी नाम जोड़ते हैं, असली मतदाताओं को बाहर निकालते हैं, और पते और नामों में हेरफेर करते हैं, तो यह सिर्फ प्रशासनिक गलती नहीं है – यह लोकतंत्र की हत्या है।”
उन्होंने इस पूरे प्रकरण पर चुनाव आयोग की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए और मांग की कि आयोग को सार्वजनिक रूप से जवाब देना चाहिए कि कैसे ऐसे नामों को सूची में शामिल किया गया और इसके पीछे कौन लोग जिम्मेदार हैं।
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब देशभर में चुनावों की पारदर्शिता और ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठाता रहा है। राहुल गांधी के इन खुलासों ने एक बार फिर इस मुद्दे को राष्ट्रीय बहस का विषय बना दिया है।