
उत्तराखंड में बीते करीब एक सप्ताह से लगातार जारी मूसलाधार बारिश के बीच अब प्रदेशवासियों को राहत की उम्मीद जगी है। मौसम विभाग के ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार (18 अगस्त) से मानसून की रफ्तार धीरे-धीरे धीमी पड़ने लगी है। हालांकि पहाड़ी जिलों में कहीं-कहीं तेज बारिश और मैदानी इलाकों में हल्की वर्षा की संभावना बनी हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने सोमवार के लिए पौड़ी, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और नैनीताल जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, अन्य जिलों में भी हल्के से मध्यम दौर की बारिश होने के आसार हैं। विभाग ने पूर्वानुमान में बताया कि 21 अगस्त तक राज्यभर में अलग-अलग स्थानों पर तेज बारिश की स्थिति बनी रह सकती है, लेकिन मानसून ट्रफ लाइन के कमजोर पड़ने से बारिश की तीव्रता पहले जैसी नहीं रहेगी।
मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने जानकारी दी कि प्रदेश में अब मानसून का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है। लगातार भारी बारिश के बाद अब अगले कुछ दिनों में लोगों को राहत महसूस होगी। हालांकि संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और सड़क बाधाओं की आशंका बनी रहेगी।
दून में बारिश के बाद मिली राहत
देहरादून में रविवार को सुबह तक तेज बारिश का दौर जारी रहा, जिसके चलते कई जगहों पर जलभराव और कीचड़ की समस्या देखी गई। दोपहिया वाहन चालकों और पैदल राहगीरों को गड्ढों से भरी सड़कों पर खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि दोपहर बाद मौसम खुला और धूप निकलने से लोगों ने राहत की सांस ली।
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को दून का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य के आसपास है। विभाग का अनुमान है कि सोमवार को आसमान में सामान्य तौर पर बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
प्रदेश के अन्य जिलों में हालात
प्रदेश के पर्वतीय जिलों में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। कई स्थानों पर भूस्खलन से सड़कें बंद हो गईं, तो कहीं ग्रामीणों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि अब मौसम के सामान्य होते ही धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौटने की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने लोगों को चेतावनी दी है कि जिन इलाकों में येलो अलर्ट जारी किया गया है वहां सतर्कता बरती जाए और अनावश्यक यात्रा से बचें। विभाग ने यह भी कहा कि मानसून के कमजोर पड़ने के बावजूद 21 अगस्त तक तेज दौर की बारिश की संभावना बनी रहेगी।