राजू कलाकार की कहानी सोशल मीडिया पर पिछले कुछ समय से छाई हुई है। लगभग एक महीने पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें राजू नाम का शख्स ‘दिल पे चलाई छुरियां…’ गाने पर दो पत्थरों का इस्तेमाल करते हुए म्यूजिक क्रिएट कर रहा था। इस अनोखे अंदाज और शानदार तालमेल ने दर्शकों को प्रभावित किया और वीडियो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो की लोकप्रियता इतनी बढ़ी कि राजू को संगीत इंडस्ट्री में काम करने का मौका मिला और टीसीरीज के रीमेक सॉन्ग में उन्हें शामिल किया गया। इसी वायरल सफलता और उनके संघर्षपूर्ण जीवन को देखते हुए अब राजू पर एक बायोपिक बनाने की योजना बनाई जा रही है।
हाल ही में इंस्टेंट बॉलीवुड से बातचीत में राजू कलाकार ने बायोपिक को लेकर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मैं काफी खुश हूं कि मेरी जिंदगी पर फिल्म बन रही है। लोगों ने मुझे वायरल वीडियो के लिए बहुत पसंद किया और प्यार दिया। अगर लोग इस मूवी को भी देखेंगे तो मुझे और भी खुशी होगी।” राजू ने अपनी जिंदगी के संघर्ष के बारे में भी खुलकर बताया। उन्होंने बताया कि वायरल सॉन्ग गाने के पीछे उनकी निजी जिंदगी की एक घटना भी थी।
राजू के अनुसार, “मुझे अहसास नहीं था कि यह गाना इतना वायरल होगा। दरअसल, जब यह गाना गाया था, उस समय मेरी जिंदगी में काफी परेशानियां थीं। मुझ पर कुछ लोन था और इस कारण मेरी पत्नी मुझसे नाराज होकर मायके चली गई थी। मैं उसे लेने गया लेकिन वह नहीं आई। उसी समय मैंने ‘दिल पे चलाई छुरियां’ गाना गाया और इसे पत्थर पर बजाया।” राजू ने इस गाने को अपनी भावनाओं और परिस्थितियों का एक माध्यम बताया, जिससे उनकी परेशानियों और भावनाओं की अभिव्यक्ति हुई।

सोशल मीडिया पर फेमस होने के बाद राजू कलाकार ने अपने करियर में और भी अवसर पाए। उन्हें भारतीय संगीत जगत के जाने-माने गायक सोनू निगम के साथ काम करने का मौका मिला। सोनू निगम ने राजू के साथ ‘दिल पे चलाई छुरियां’ का गाना गाया, जो मूल रूप से 90 के दशक में फिल्म ‘बेवफा सनम’ में सोनू निगम ने गाया था। राजू की वजह से यह गाना फिर से सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा और युवाओं के बीच में लोकप्रिय हो गया।
राजू कलाकार की कहानी केवल एक वायरल वीडियो तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संघर्ष, मेहनत और नए अवसरों की प्रेरक कहानी है। उनकी बायोपिक आने के बाद उम्मीद है कि यह दर्शकों को भी मोटिवेशन और संगीत के प्रति उनके जुनून की झलक दिखाएगी। राजू ने साबित कर दिया कि असली टैलेंट और मेहनत को सोशल मीडिया की शक्ति से ग्लोबल पहचान मिल सकती है, और कठिन समय में भी क्रिएटिविटी ही इंसान को आगे बढ़ाती है।