
उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, किरेन रिजिजू और एनडीए के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। राधाकृष्णन के नामांकन दाखिल होने के दौरान पार्टी और गठबंधन की ओर से एक मजबूत एकजुटता और समर्थन का संदेश दिया गया।
नामांकन चार सेटों में दाखिल किया गया, प्रत्येक सेट पर 20 प्रस्तावकों और 20 अनुमोदकों के हस्ताक्षर थे। पहले सेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य प्रस्तावक के रूप में शामिल हुए। अन्य तीन सेटों में केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं के हस्ताक्षर शामिल थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि एनडीए उम्मीदवार के लिए पूरी गठबंधन संरचना का समर्थन मौजूद है। नामांकन प्रक्रिया के दौरान राजनीतिक हलकों में उत्साह और रणनीतिक चर्चाओं का माहौल देखा गया।
राधाकृष्णन की यह उम्मीदवारी एनडीए द्वारा मजबूती से पेश की गई है और उनके पक्ष में गठबंधन के सभी सदस्य दलों ने समर्थन का भरोसा जताया। राजनीतिक विश्लेषक इसे आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की रणनीतिक चाल के रूप में देख रहे हैं। उम्मीदवार का नामांकन दाखिल होने के साथ ही चुनावी प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई है और इसके बाद मतदाता पैनल, प्रचार गतिविधियां और अन्य चुनावी तैयारियां जोर पकड़ेंगी।
एनडीए की ओर से यह कदम यह संकेत देता है कि गठबंधन उपराष्ट्रपति पद के लिए एक सर्वसम्मत उम्मीदवार को लेकर मैदान में उतरा है और इसके लिए सभी संसदीय और राजनैतिक प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा। इस नामांकन के साथ ही राजनीतिक दलों के बीच समीकरणों और गठबंधन की ताकत का परीक्षण भी होने वाला है।