
संसद में बुधवार की सुबह एक दिलचस्प और चर्चा योग्य नजारा देखने को मिला जब कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी से हाथ मिलाया। इस मुलाकात का समय संसद में बिहार मतदाता सूची और स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन पर जारी विपक्षी विरोध के दौरान हुआ। राहुल गांधी ने इस अनौपचारिक मुलाकात को “अनकॉमन हैंडशेक” कहा, जिससे सभी का ध्यान आकर्षित हो गया।
राहुल गांधी ने जैसे ही राजीव रूडी को देखा, वह उनके पास गए और गर्मजोशी से अभिवादन किया। मीडिया से बातचीत में राहुल ने कहा, “कांग्रेस और बीजेपी के बीच यह अनकॉमन हैंडशेक है। वैसे, बधाई हो।” जवाब में रूडी ने मुस्कुराते हुए “थैंक्स” कहा। इस अनोखी अभिव्यक्ति ने संसद और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी।
राजीव रूडी ने हाल ही में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के सेक्रेटरी (एडमिनिस्ट्रेशन) के पद के लिए हुए चुनाव में जीत हासिल की। यह चुनाव अपने आप में हाई-वोल्टेज माना गया क्योंकि रूडी ने अपने ही पार्टी के नेता संजीव बालियान को हराया। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि विपक्षी सांसदों का भारी समर्थन रूडी की जीत में अहम साबित हुआ। हालांकि, दोनों बीजेपी नेताओं ने स्पष्ट किया कि इस चुनाव को पार्टी सियासत के नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए।
चुनाव में कुल 1,295 मेंबर्स में से 707 सदस्यों ने वोट डाले। इस मतदान में कई बड़े नाम शामिल थे, जैसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे। इसके अलावा कई बड़े मंत्री और विपक्षी नेता भी इस चुनाव में उपस्थित रहे। इस अनकॉमन हैंडशेक ने राजनीतिक सहमति और आपसी सम्मान का संदेश दिया।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम न केवल व्यक्तिगत सम्मान का प्रतीक है, बल्कि संसद में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच रिश्तों में नए संवाद की संभावनाओं को भी दर्शाता है। इस अनोखी घटना ने सोशल मीडिया पर भी चर्चा छेड़ दी है और विपक्ष एवं सत्ता के बीच आने वाले अनौपचारिक सहयोग और शिष्टाचार पर नई बहस शुरू कर दी है।