
उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू के मामलों की आहट ने दूनवासियों को भी सतर्क कर दिया है। इसका सीधा असर राजधानी देहरादून के अंडे और चिकन कारोबार पर दिखाई देने लगा है। जहां कुछ समय पहले तक शहर में रोज़ाना आठ से दस हजार अंडों की ट्रे की खपत होती थी, वहीं अब यह संख्या घटकर मात्र चार से पाँच हजार ट्रे तक रह गई है। यानी कारोबार लगभग आधा हो गया है।
लोगों ने बदली अपनी खाने की आदतें
बर्ड फ्लू की ख़बरों के बीच उपभोक्ताओं का भरोसा डगमगाने लगा है। यही कारण है कि शहर में अंडे और चिकन की खरीदारी काफी कम हो गई है। लोग सावधानी बरतते हुए फिलहाल इन खाद्य पदार्थों से दूरी बनाए हुए हैं। व्यापारी बताते हैं कि ग्राहक पूछताछ तो करते हैं, लेकिन पहले जितनी मात्रा में ख़रीदारी नहीं कर रहे।
कीमतों पर क्यों नहीं पड़ा असर?
हालांकि आशंका के चलते मांग घटी है, लेकिन दामों पर इसका कोई विशेष असर नहीं पड़ा है। इसकी वजह यह है कि प्रतिबंधों और सतर्कता के चलते बाहरी राज्यों से अंडों और चिकन की आपूर्ति भी सीमित कर दी गई है। मांग और आवक दोनों में कमी होने से दाम स्थिर बने हुए हैं। फिलहाल देहरादून के बाजारों में अंडों की कीमत पहले जैसी ही है।
ऑनलाइन में दिख रही बढ़ोतरी
दिलचस्प बात यह है कि ऑफलाइन बाजार में भले ही कीमतें स्थिर हैं, लेकिन ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स पर अंडों के दाम बढ़ गए हैं। डिलीवरी चार्ज और सप्लाई चैन में आई रुकावट को इसकी मुख्य वजह बताया जा रहा है।
व्यापारियों की चिंता
अंडों के कारोबारी संजय चौहान का कहना है कि, “दून में रोज़ाना आठ से दस हजार अंडों की ट्रे आती थी। लेकिन अब यह संख्या आधी होकर केवल चार से पाँच हजार रह गई है। उपभोक्ता बर्ड फ्लू की आशंका के चलते अंडे और चिकन की खपत कम कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि स्थिति लंबे समय तक बनी रही, तो पोल्ट्री कारोबार को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बाहरी राज्यों पर निर्भरता से बढ़ी समस्या
देहरादून में अंडों और चिकन की आपूर्ति मुख्य रूप से बाहरी राज्यों से होती है। ऐसे में उत्तर प्रदेश और अन्य पड़ोसी राज्यों में बर्ड फ्लू की खबरों ने यहां के कारोबार को प्रभावित किया है। कारोबारियों को डर है कि अगर स्थिति और बिगड़ती है तो दून में सप्लाई चेन और भी कमजोर पड़ सकती है।
लोगों में सतर्कता, प्रशासन अलर्ट
हालांकि अभी तक देहरादून में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। पोल्ट्री फ़ार्मों और सप्लाई पर निगरानी रखी जा रही है। पशुपालन विभाग ने भी लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और पूरी तरह पकाकर ही चिकन और अंडों का सेवन करें।