
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका को एक स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि चीन कभी किसी दबाव में नहीं आता और न ही किसी से डरता है। उन्होंने यह बयान बीजिंग में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ मंच साझा करते हुए दिया। शी जिनपिंग ने कहा कि चीन का उदय अब कोई नहीं रोक सकता। यह संदेश अमेरिका के साथ चल रहे टैरिफ विवाद और वैश्विक तनाव के बीच काफी महत्व रखता है।
तियानानमेन स्क्वायर में भीड़ और सैन्य प्रदर्शन
शी जिनपिंग ने तियानानमेन स्क्वायर में 50,000 से ज्यादा लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि “आज दुनिया शांति या युद्ध, बातचीत या टकराव और साझा जीत या जीरो-सम गेम के बीच चुनाव के मोड़ पर खड़ी है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चीन के लोग इतिहास के सही पक्ष में मजबूती से खड़े हैं।
जिनपिंग ने लिमोजीन (खुले टॉप वाली कार) में सवार होकर सैन्य टुकड़ियों, आधुनिक मिसाइल, टैंक और ड्रोन जैसे हथियारों का निरीक्षण किया। आसमान में हेलिकॉप्टर्स ने बैनर लहराए और लड़ाकू विमानों ने शानदार उड़ानें भरीं, जिससे चीन की बढ़ती सैन्य ताकत और आधुनिकरण अभियान को दर्शाया गया।
सैन्य परेड में विदेशी नेताओं की मौजूदगी
करीब सत्तर मिनट तक चले इस भव्य समारोह का समापन 80 हजार सफेद कबूतरों और रंग-बिरंगे गुब्बारों की उड़ान के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में दो दर्जन से अधिक विदेशी नेता शामिल हुए, जो अमेरिका के नेतृत्व वाली वैश्विक व्यवस्था के बीच चीन के करीबी संबंधों को बढ़ावा देना चाहते थे। समारोह में सबसे ज्यादा ध्यान पुतिन, किम जोंग उन और ईरान के राष्ट्रपति पर गया।
इस सैन्य परेड में दस हजार से अधिक सैनिक और सैकड़ों आधुनिक हथियार शामिल थे। इससे यह संदेश दिया गया कि शी जिनपिंग के नेतृत्व में चीन अपनी सैन्य ताकत और आधुनिकरण में तेजी ला रहा है और वैश्विक स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है।
अमेरिका की प्रतिक्रिया: ट्रंप का बयान
इसी बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर निशाना साधते हुए शी जिनपिंग, पुतिन और किम जोंग उन पर अमेरिका के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने चीन की आजादी के लिए जो खून-पसीना बहाया, उसे शी जिनपिंग कभी याद करेंगे या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि कई अमेरिकियों ने चीन की जीत और गौरव के लिए अपनी जान दी थी और उम्मीद है कि उनके बलिदान का सही सम्मान मिलेगा।
ट्रंप ने तंज कसते हुए लिखा कि शी और चीन की जनता को शुभकामनाएं, लेकिन व्लादिमीर पुतिन और किम जोंग उन को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं, क्योंकि वे अमेरिका के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
वैश्विक रणनीतिक संकेत
शी जिनपिंग, पुतिन और किम के साथ मंच साझा करने से यह साफ संकेत मिला कि अमेरिका की वैश्विक नीति और टैरिफ विवादों के बीच चीन अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह समारोह न केवल चीन की सैन्य ताकत का प्रदर्शन था, बल्कि अमेरिका और पश्चिमी देशों को संदेश देने का भी जरिया था कि चीन वैश्विक राजनीति और सुरक्षा मामलों में किसी भी दबाव के सामने नहीं झुकेगा।
इस भव्य कार्यक्रम और शर्तों के बीच, विश्व मंच पर चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षा और अमेरिका के साथ टकराव की संभावना पर नजरें लगातार बनी हुई हैं।