
पंजाब में बाढ़ से हुए व्यापक नुकसान के बीच आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने पीड़ितों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। उन्होंने घोषणा की है कि वह अपनी एक महीने की सैलरी पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए दान करेंगी। यह कदम खास इसलिए चर्चा में है क्योंकि मालीवाल ने अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार करते हुए यह पहल की है।
स्वाति मालीवाल का संदेश
स्वाति मालीवाल ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कहा, “देश में कहीं कोई संकट आए तो पंजाबी दिल खोलकर वहाँ सेवा करने पहुँचते हैं। आज पंजाब बाढ़ की चपेट में है, बहुत नुकसान हुआ है। मैं अपनी एक महीने की सैलरी पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए डोनेट कर रही हूँ। ये बहुत छोटी पहल है लेकिन मुझे उम्मीद है कि और लोग इस पहल से जुड़ेंगे। वाहेगुरु जी सबकी मदद करें।”
इस संदेश से यह स्पष्ट होता है कि मालीवाल ने केवल आर्थिक मदद ही नहीं की, बल्कि लोगों को भी प्रेरित किया है कि वे इस मुश्किल समय में एकजुट होकर बाढ़ पीड़ितों की सहायता करें।
केजरीवाल की अपील और AAP की पहल
इससे पहले मंगलवार को AAP के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक वीडियो जारी कर देशवासियों से पंजाब के बाढ़ पीड़ितों की मदद की अपील की थी। उन्होंने कहा, “देश पर आई किसी भी मुसीबत के सामने पंजाब हमेशा सीना तानकर खड़ा रहा है। आज पंजाब संकट में है। मेरी सभी देशवासियों से अपील है कि इस मुश्किल घड़ी में पंजाब के लोगों की हर संभव मदद करें।”
केजरीवाल ने इस दौरान बताया कि आम आदमी पार्टी के सभी सांसद और विधायक एक महीने की सैलरी पंजाब मुख्यमंत्री राहत कोष में दान कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया कि वे मिलकर पंजाब को इस भयानक त्रासदी से उबारें।
बाढ़ की गंभीरता
पंजाब में हाल ही में आई बारिश और नदियों के उफान के कारण कई जिलों में बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया है। घर, सड़कें और कृषि भूमि प्रभावित हुई हैं। हजारों लोग अपने घरों से विस्थापित हुए हैं और प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है। इस समय आर्थिक और मानवीय मदद की सबसे अधिक जरूरत है।
राजनीतिक और सामाजिक पहल का महत्व
स्वाति मालीवाल की पहल को राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से भी सराहा जा रहा है। उन्होंने अपनी सैलरी दान करके यह संदेश दिया है कि संकट के समय व्यक्तिगत मतभेद और राजनीतिक विरोधाभास पीछे रह सकते हैं। ऐसे कदम न केवल पीड़ितों को तत्काल राहत देते हैं, बल्कि समाज में सहानुभूति और एकजुटता का भी संदेश फैलाते हैं।
निष्कर्ष
पंजाब में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और इस समय सहायता, राहत और पुनर्वास कार्यों की जरूरत है। स्वाति मालीवाल और AAP नेताओं की यह पहल लोगों को प्रेरित करती है कि वे भी जरूरतमंदों के लिए आगे आएं और मिलकर इस आपदा को कम करने में योगदान दें।