
उत्तराखंड में एक बार फिर बारिश आफत बनकर बरस रही है। प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में मौसम विभाग ने तेज दौर की बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आज देहरादून, नैनीताल, पौड़ी और बागेश्वर जिले के कई इलाकों में भारी बारिश का दौर देखने को मिल सकता है। अन्य जिलों में भी रुक-रुककर तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है। विभाग ने बताया कि आने वाले दिनों, यानी 13 सितंबर तक, पूरे प्रदेश में हल्की से लेकर तेज बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
बारिश के चलते प्रदेश भर में जनजीवन प्रभावित हो गया है। मलबा और भूस्खलन से अब तक कुल 233 सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिससे लोगों की आवाजाही पर गंभीर असर पड़ा है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता राजेश शर्मा ने जानकारी दी कि इन सड़कों को जल्द से जल्द खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन फिलहाल इनके खुलने का सटीक समय तय नहीं हो पाया है।
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, बंद सड़कों में दो राष्ट्रीय राजमार्ग, 11 राज्य मार्ग, सात मुख्य जिला मार्ग, दो अन्य जिला मार्ग और 77 ग्रामीण मार्ग शामिल हैं। जिलावार स्थिति देखें तो उत्तरकाशी में सबसे अधिक 44 सड़कें बंद हैं। चमोली जिले में 42, रुद्रप्रयाग में 28, पौड़ी में 22, टिहरी में 19, देहरादून में 12, हरिद्वार में चार, पिथौरागढ़ में 25, अल्मोड़ा में 21, नैनीताल में छह, बागेश्वर में पांच और ऊधमसिंह नगर में पांच सड़कें बंद हैं।
लगातार हो रही बारिश और बंद सड़कों से स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन सेवाएं प्रभावित हो गई हैं और कई ग्रामीण क्षेत्र पूरी तरह से कट गए हैं। प्रशासन ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। वहीं, आपदा प्रबंधन और लोक निर्माण विभाग की टीमों को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।