
राजस्थान, भारत का सबसे बड़ा राज्य, अपनी वीरता और शौर्य गाथाओं के लिए ही नहीं बल्कि व्यापार और उद्योग जगत के धुरंधरों के लिए भी जाना जाता है। इस मिट्टी ने सदियों से बड़े-बड़े व्यापारी और उद्योगपति पैदा किए हैं, जिन्होंने न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई। भारत की आजादी के दौर से लेकर आज तक राजस्थान के सेठों और उद्योगपतियों ने देश की अर्थव्यवस्था और औद्योगिक ढांचे को आकार देने में अहम भूमिका निभाई है। आज राजस्थान के कई धनकुबेर ऐसे हैं जो सीधे तौर पर देश के दिग्गज उद्योगपतियों अदाणी और अंबानी को टक्कर देते हैं।
टॉप 10 अमीर व्यक्तियों की सूची में सबसे ऊपर आते हैं कुमार मंगलम बिड़ला, आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष। बिड़ला परिवार का राजस्थान से गहरा नाता है और सीमेंट, खनन तथा धातु उद्योग के जरिए उन्होंने प्रदेश के औद्योगिक विकास में रीढ़ की भूमिका निभाई है। उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹1.7 लाख करोड़ ($20B) आंकी गई है, जो उन्हें राजस्थान का सबसे अमीर व्यक्ति बनाती है।
दूसरे नंबर पर हैं इस्पात उद्योग के महारथी लक्ष्मी निवास मित्तल, आर्सेलर मित्तल के अध्यक्ष। भले ही उनका निवास लंदन में हो, लेकिन उनकी जड़ें राजस्थान के चुरू जिले के सादुलपुर से जुड़ी हैं। 2025 में उनकी नेटवर्थ ₹1.5 लाख करोड़ ($18B) है। वे वैश्विक स्तर पर इस्पात उद्योग में भारत का परचम लहरा रहे हैं।
तीसरे स्थान पर आते हैं अजय पीरामल और आनंद पीरामल, जो पीरामल समूह का नेतृत्व करते हैं। इनका व्यापार फार्मास्यूटिकल्स, अस्पताल, लग्ज़री रियल एस्टेट और आधुनिक स्वास्थ्य ढांचे तक फैला है। उदयपुर और जयपुर में इनकी परोपकारी और कारोबारी उपस्थिति मजबूत है। इनकी कुल संपत्ति ₹90,000 करोड़ ($11B) मानी जाती है।
चौथे स्थान पर हैं सुनील भारती मित्तल, भारती एयरटेल समूह के संस्थापक। राजस्थान की जड़ों से जुड़े सुनील भारती ने दूरसंचार के क्षेत्र में क्रांति ला दी। भारत ही नहीं, अफ्रीका और दक्षिण एशिया में भी उन्होंने संचार को नई दिशा दी। उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹80,000 करोड़ ($10B) है।
पांचवें स्थान पर है कोठारी परिवार, जिनका व्यापार कोठारी समूह के नाम से जाना जाता है। इस परिवार की संपत्ति लगभग ₹50,000 करोड़ ($6B) है। इनके योगदान से राजस्थान का औद्योगिक परिदृश्य मजबूत हुआ है।
छठे स्थान पर है राजस्थान रॉयल्स क्रिकेट टीम के मालिक मनोज बडाले और उनके सहयोगी, जिनकी संपत्ति करीब ₹45,000 करोड़ ($5.5B) है।
सातवें स्थान पर आता है बजाज परिवार, जिसकी संपत्ति करीब ₹40,000 करोड़ ($5B) है। बजाज समूह ने भारत में ऑटोमोबाइल और वित्तीय क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है।
आठवें स्थान पर है पोद्दार समूह, जो जयपुर से जुड़े बड़े उद्योगपति परिवार हैं। इनकी संपत्ति लगभग ₹25,000 करोड़ ($3B) है।
नौवें स्थान पर आते हैं भोरुका और कल्पतरु परिवार, जिनकी कुल संपत्ति ₹20,000 करोड़ ($2.5B) है।
और दसवें स्थान पर है केजीके समूह (नवरत्तन कोठारी एवं परिवार), जिनकी कुल संपत्ति ₹18,000 करोड़ ($2.2B) है। यह परिवार रत्न और आभूषण उद्योग में एक प्रमुख नाम है।
👉 इस सूची से साफ है कि राजस्थान की धरती ने न केवल शूरवीरों और वीरांगनाओं को जन्म दिया है, बल्कि व्यापार जगत के ऐसे दिग्गज भी दिए हैं, जिन्होंने देश-दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई। ये उद्योगपति आज भारत की अर्थव्यवस्था को दिशा देने के साथ ही वैश्विक मंच पर भी राजस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं।