
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे का आज दूसरा दिन है। सुबह वे राष्ट्रपति भवन पहुँचे, जहाँ उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। इसके बाद पुतिन ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। दोपहर में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता का नेतृत्व करेंगे, जिसमें ऊर्जा, सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होगी।
द्विपक्षीय बैठक से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और रूस लंबे समय से आतंकवाद के विरुद्ध साथ खड़े रहे हैं। उन्होंने पहलगाम हमले और क्रोकस सिटी हॉल हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि इन घटनाओं की जड़ एक ही है। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद मानवता पर सीधा प्रहार है और इसके खिलाफ वैश्विक स्तर पर एकजुटता ही सबसे बड़ी शक्ति है। उन्होंने बताया कि भारत और रूस संयुक्त राष्ट्र, G20, BRICS, SCO समेत कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर घनिष्ठ सहयोग कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने ऊर्जा सहयोग पर बात करते हुए कहा कि ऊर्जा सुरक्षा भारत–रूस साझेदारी की महत्वपूर्ण नींव है। दोनों देशों के बीच असैन्य परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में दशकों पुराना सहयोग स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने में अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में सहयोग को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुरक्षित और विविध बनाने के लिए महत्वपूर्ण बताया। यह साझेदारी स्वच्छ ऊर्जा, हाई-टेक निर्माण और नए उद्योगों में भी नई संभावनाएँ खोल रही है।
मोदी ने कहा कि जहाज निर्माण के क्षेत्र में भारत–रूस का सहयोग ‘मेक इन इंडिया’ को मजबूत कर सकता है और इससे रोजगार, कौशल विकास और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बड़ा लाभ मिलेगा।