
अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा ने बुधवार को यूक्रेन के लिए 40 अरब डालर (करीब तीन हजार करोड़ रुपये) की सहायता का प्रस्ताव पारित कर दिया। इसमें आधी से ज्यादा धनराशि के हथियार यूक्रेन को दिए जाएंगे। रूसी हमले का सामना कर रहे यूक्रेन के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन ने अप्रैल में 33 अरब डालर की सहायता का प्रस्ताव संसद के पास स्वीकृति के लिए भेजा था लेकिन बाद में उसमें सात अरब डालर (52 हजार करोड़ रुपये) की वृद्धि करते हुए उसे भारी बहुमत से पारित किया गया। पिछले 20 साल में अल्प अवधि में दी जाने वाली यह सबसे बड़ी विदेशी सहायता राशि है।
बाइडन ने यूक्रेन की आर्थिक और सैन्य सहायता के लिए प्रस्ताव अप्रैल में भेजा था। प्रस्ताव के समर्थन में 368 मत पड़े जबकि विरोध में 57 मत। प्रतिनिधि सभा के सभी डेमोक्रेट सदस्यों ने प्रस्ताव के समर्थन में वोट डाला जबकि तीन चौथाई रिपब्लिकन सांसदों ने प्रस्ताव का समर्थन किया। बहस में भाग लेते हुए रिपब्लिकन पार्टी की सांसद रोसा डेल ने कहा, यूक्रेन के लोग मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं, उन्हें हमारी मदद की जरूरत है। यह विधेयक लोकतंत्र की रक्षा करेगा, रूसी हमले की ताकत को कमजोर करेगा और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती देगा। इस धनराशि को मिलाकर यूक्रेन को अमेरिकी सहायता बढ़कर करीब 54 अरब डालर (4.17 लाख करोड़ रुपये) हो जाएगी।
अमेरिका ने यूक्रेन पर हमले की आशंका के मद्देनजर रूसी हमले से पहले ही उसे सहायता देनी शुरू कर दी थी। इसमें अमेरिकी संसद द्वारा मार्च में स्वीकृत 13.6 अरब डालर की सहायता भी शामिल है। यह धनराशि अमेरिका द्वारा विदेशी और सैन्य सहायता कार्यक्रम के तहत यूक्रेन को 2019 में दी गई राशि से छह अरब डालर ज्यादा थी। ताजा स्वीकृत सहायता से अमेरिका यूक्रेन को अत्याधुनिक हथियार देगा। रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने कहा है कि अमेरिका का उद्देश्य यूक्रेन से युद्ध में रूस को कमजोर करना है जिससे वह किसी अन्य देश पर हमला करने की हिमाकत न कर सके। अब यह विधेयक सीनेट में जाएगा, जहां पर भी इसके सामान्य बहुमत से पारित होने की उम्मीद है।