
सुप्रीम कोर्ट के पंचायत और नगर निकाय चुनाव कराने के आदेश के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने भी तैयारी तेज कर दी है। आयोग ने प्रदेश में तीन चरणों में पंचायत चुनाव कराने का ऐलान किया है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने बुधवार को सभी कलेक्टर्स को चुनाव कार्यक्रम जारी कर 20 मई तक सुझाव और जानकारी मांगी है। आयोग ने कहा कि नवीन परिसीमन 2022 के बाद कई जिलों में यह देखने में आया है कि जिला पंचायत सदस्य के निर्वाचन क्षेत्र का प्रसार एक से अधिक विकासखंड में है। यानी कुछ पंचायतें एक विकासखंड में है तथा कुछ पंचायत किसी दूसरे विकासखंड में है। आयोग ने ऐसी स्थिति में दोनों विकासखंडों में एक ही दिन में निर्वाचन कराने को कहा है।आयोग ने तर्क दिया है कि त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में मतगणना का कार्य मतदान समाप्ति के बाद मतदान स्थल पर ही किया जाएगा। यदि इस प्रकार से ओवरलैप हो रहे दो विकासखंडों में चुनाव प्रक्रिया अलग-अलग चरणों में कराई जाती है तो संबंधित जिला पंचायत सदस्य के निर्वाचन का आंशिक परिणाम प्रथम चरण की मतगणना के बाद सार्वजनिक हो जाएगा। जो संबंधित क्षेत्र के द्वितीय चरण में होने वाले मतदान को प्रभावित कर सकता है। आयोग ने ऐसे विकासखंडों की पड़ताल कर उनमें निर्वाचन कराने के प्रस्ताव 20 मई तक भेजने के लिए कहा है।