भारत ने ताजिकिस्तान के उप रक्षा मंत्री को 50 बिस्तरों वाला मैत्री अस्पताल सौंपा

तजाकिस्तान में भारतीय राजदूत विराज सिंह ने शनिवार को 50 बिस्तरों वाला भारत-तजाकिस्तान मैत्री अस्पताल (आईटीएफएच) ताजिकिस्तान के उप रक्षा मंत्री मेजर जनरल शोहियोन अब्दुसोत्तोर को सौंप दिया। उन्होंने अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर, एक्स-रे मशीन, प्रयोगशालाओं, क्रिटिकल केयर एम्बुलेंस और प्रशासनिक वाहनों सहित चिकित्सा उपकरण, दवाएं, स्टोर और सहायक उपकरण तजाकिस्तान पक्ष को सौंप दिया।

ताजिकिस्तान में भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि “भारत सरकार की ओर से, ताजिकिस्तान में भारत के राजदूत  विराज सिंह ने भारत-ताजिकिस्तान मैत्री अस्पताल (आईटीएफएच) को ताजिकिस्तान के उप रक्षा मंत्री मेजर जनरल शोहियोन अब्दुसोत्तोर को 11 जून 2022 को सौंप दिया।” 

गौरतलब है कि आईटीएफएच को भारत सरकार द्वारा पुनर्निर्मित किया गया था और जनवरी 2013 में दोनों पक्षों के बीच एक समझौता हुआ था और अक्तूबर 2014 में उद्घाटन किया गया था।

भारतीय दूतावास के एक बयान में कहा गया है कि पूरी तरह से 50 बिस्तरों वाले इस अस्पताल ने भारत सरकार से तकनीकी सहायता और वित्तीय सहायता के आधार पर पिछले आठ वर्षों से ताजाकिस्तान के सशस्त्र बलों और नागरिक आबादी को मुफ्त मूल्यवान चिकित्सा सेवाएं प्रदान की हैं।

वर्तमान में आईटीएफएच में ईएनटी, सर्जरी, स्त्री रोग, चिकित्सा, बाल रोग और दंत चिकित्सा विभागों सहित चिकित्सा विशिष्टताओं की एक श्रृंखला है। अस्पताल के माध्यम से पिछले दो वर्षों में दो हजार से अधिक सर्जरी सहित इन वर्षों में 1,00,000 से अधिक रोगियों को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है।

भारतीय सेना के डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों की एक टीम ने तजाकिस्तान के नागरिकों को विभिन्न चिकित्सा सेवाएं प्रदान की हैं और साथ ही साथ कई डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया है। पिछले आठ वर्षों में 42 टन से अधिक ‘मेड इन इंडिया’ दवाएं आईटीएफएच को भेजी गई हैं।

आईटीएफएच के अलावा, भारत सरकार ने ताजाकिस्तान को अन्य रूपों में भी चिकित्सा सहायता प्रदान की है। भारत ने दक्षिण-पश्चिम ताजाकिस्तान में पोलियो के फैलने के बाद 2010 में यूनिसेफ के माध्यम से मौखिक पोलियो वैक्सीन की 20 लाख खुराक प्रदान की।


मार्च 2018 में, भारत ने ताजिकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में 10 एम्बुलेंस उपहार में दीं। मई 2020 में कोरोना के समय भारत ने ताजिकिस्तान को 50,000 हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट और एक लाख पैरासिटामोल टैबलेट प्रदान किए। 2021 में, ताजिकिस्तान को लगभग सात लाख ‘मेड इन इंडिया’ कोविशील्ड टीकों की आपूर्ति की गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *


Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home1/theindi2/public_html/wp-includes/functions.php on line 5471