वाराणसी :वाराणसी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करेंगे,देर रात केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लिया तैयारियों का जायजा

शिक्षा मंत्रालय के तीन दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम से नई शिक्षा नीति का रोड मैप तैयार होगा। 2020 में बनी नीति के लागू होने के बाद अभी शिक्षण संस्थानों में किस तरह की कठिनाइयों, सुधार पर शिक्षामंत्री की मौजूदगी में शिक्षाविद विस्तार से चर्चा करेंगे। साथ ही सुझावों को साझा भी करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में तीन दिवसीय अखिल भारतीय समागम का उद्घाटन करेंगे। देर रात केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने वाराणसी में रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में अंतिम समय की तैयारियों का जायजा लिया।

शिक्षा मंत्रालय के सात से नौ जुलाई तक समागम में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और बीएचयू सह आयोजक हैं। सात से नौ जुलाई तक समागम में नई शिक्षा नीति से जुड़े अलग-अलग बिंदुओं पर विश्वविद्यालयों के कुलपति, आईआईटी निदेशक, आईआईएम सहित अन्य शिक्षण संस्थानों के शिक्षाविद चर्चा करेंगे। कुछ बड़े संस्थानों की ओर से अब तक शिक्षा नीति को लागू करने की रणनीति, तौर-तरीकों और सफलता की गाथाओं को भी साझा किया जाएगा। कुलपति, निदेशक को प्रस्तुतिकरण का भी मौका मिलेगा।

शिक्षामंत्री, यूजीसी चेयरमैन पहुंचे काशी
अखिल भारतीय शिक्षा समागम में भाग लेने के लिए केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान, यूजीसी चेयरमैन प्रो. एम जगदीश कुमार सहित कई केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपति, आईआईटी के निदेशक बुधवार शाम काशी पहुंच गए हैं। कई अतिथि तो बीएचयू कैंपस स्थित एलडी गेस्ट हाउस में रुके हैं तो कुछ अतिथियों के ठहरने के लिए कैंटोंमेंट स्थित होटल के साथ ही गेस्ट हाउस में व्यवस्था की गई है। 

धर्मेंद्र प्रधान ने लिया तैयारियों का जायजा
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने वाराणसी में रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में अंतिम समय की तैयारियों का जायजा लिया। केंद्रीय मंत्री प्रधान ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को तीन दिवसीय अखिल भारतीय शिक्षा समागम का उद्घाटन करेंगे।

तीन दिन में ग्यारह सत्रों में होगी चर्चा 
पहला दिन : सात जुलाई – एक सत्र-शिक्षा समागम का उद्घाटन, बहुविषयक और समग्र शिक्षा।
दूसरा दिन : आठ जुलाई – सात सत्र-अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों का क्षमता निर्माण, गुणवत्ता, रैंकिंग और प्रात्यायन। डिजिटल सशक्तिकरण और ऑनलाइन शिक्षा, समान और समावेशी शिक्षा, भारतीय भाषाओं और भारतीय ज्ञान प्रणाली को प्रोत्साहन, एनईपी 2020 के क्रियान्वयन की सफलताएं और सर्वोत्तम अभ्यास।
तीसरा दिन : नौ जुलाई – तीन सत्र – कौशल विकास और रोजगार योग्यता, शिक्षा का अंतर राष्ट्रीयकरण और एनईपी 2020 के क्रियान्वयन की सफलताएं और सर्वोत्तम अभ्यास।

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