जापान :जापान के कागोशिमा प्रान्त में स्थित सकुराजिमा ज्वालामुखी रविवार रात को फट गया,इसमें से लगातार राख और पत्थर निकल रहे

volcano

जापान के कागोशिमा प्रान्त में स्थित सकुराजिमा ज्वालामुखी रविवार रात को फट गया।  इसमें से लगातार राख और पत्थर निकल रहे हैं।  जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा है कि सकुराजिमा ज्वालामुखी में स्थानीय समयानुसार रात करीब आठ बजकर पांच मिनट पर विस्फोट हुआ। आसपास के लोगों के लिए घर खाली करने के लिए बोला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जेएमए ने पांचवें स्तर का अलर्ट जारी किया है।

लोगों को घर छोड़ने का आदेश जारी किया
एजेंसी का अनुमान है कि ज्वालामुखी से किसी बड़े पैमाने पर विस्फोट की संभावना नहीं है। फिर भी, एजेंसी ने अपने अलर्ट स्तर को पांच के उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया है। 2007 में सिस्टम शुरू होने के बाद पहली बार इसे सकुराजिमा में लागू किया गया था। एनएचके वर्ल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, कागोशिमा शहर के अधिकारियों ने 33 घरों में 51 लोगों की आबादी वाले अरिमुरा और फुरुसातो शहरों के निवासियों को घर छोड़ने का आदेश जारी किया।

बड़ी ज्वालामुखी चट्टानें गिर सकती हैं
मौसम विज्ञान एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि कागोशिमा शहर के कुछ हिस्सों में ज्वालामुखी के तीन किलोमीटर के दायरे में बड़ी ज्वालामुखी चट्टानें गिर सकती हैं। उनका यह भी कहना है कि लोगों को लगभग 2 किलोमीटर के दायरे में पाइरोक्लास्टिक प्रवाह के प्रति सतर्क रहना चाहिए।

ज्वालामुखी गतिविधियां तेज होती जा रही हैं
एजेंसी के एक अधिकारी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सकुराजिमा की ज्वालामुखी गतिविधियां तेज होती जा रही हैं। रिहायशी इलाकों के लोगों को आस-पास गिरने वाली बड़ी ज्वालामुखीय चट्टानों के लिए हाई अलर्ट पर रहना चाहिए। उनका यह भी कहना है कि लोगों को लगभग 2 किलोमीटर के दायरे में पाइरोक्लास्टिक प्रवाह के प्रति सतर्क रहना चाहिए।

 ज्वालामुखी से नारंगी रंग की लपटें और राख का गुबार निकलता हुआ दिख रहा
जापान के सरकारी एनएचके टीवी पर प्रसारित दृश्यों में ज्वालामुखी से नारंगी रंग की लपटें और राख का गुबार निकलता हुआ दिख रहा है। उप मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिको इसोजकी ने बताया कि हम लोगों की जिंदगी को पहले रख रहे हैं और स्थिति का आकलन करने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इलाके के और आसपास के लोगों से अनुरोध किया कि वे स्थानीय प्राधिकारियों के ताजा अपडेट पर ध्यान दें, ताकि जानें बचाई जा सकें। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Notice: ob_end_flush(): failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home1/theindi2/public_html/wp-includes/functions.php on line 5464