
मुंबई से गुजरात के कांडला जा रहे स्पाइसजेट के एक विमान की वापस मुंबई में कॉशन लैंडिंग कराई गई। सभी यात्री और क्रू सुरक्षित हैं। पिछले 40 दिन में स्पाइसजेट के विमान में उड़ान के बाद तकनीकी खराबी के कारण वापस लैंडिंग कराने का यह 9वां मामला है। DGCA के अधिकारी ने कहा कि इसकी जांच शुरू कर दी गई।
एक दिन पहले ही नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने स्पाइसजेट के 50% उड़ानों पर दो महीने के लिए रोक लगा दी थी। इस दौरान DGCA स्पाइसजेट की उड़ानों पर खास निगरानी करेगा। स्पाइसजेट ने कहा था कि DGCA के आदेश से उड़ान परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि ऑफ सीजन होने से उड़ानों की संख्या पहले ही कम की जा चुकी हैं।
एयरलाइंस ने सभी स्टेशनों पर योग्य इंजीनियरिंग स्टाफ तैनात किया: DGCA
DGCA ने कहा है कि भारतीय एयरलाइंस ने अपने सभी स्टेशनों पर योग्य इंजीनियरिंग कर्मियों को तैनात किया है। बीते 45 दिनों में विमानों में तकनीकी खामियों की घटनाएं बढ़ने के बाद उन्हें ऐसा करने के लिए कहा गया था।
DGCA ने 18 जुलाई को कहा था कि एयरलाइंस के अयोग्य इंजीनियरिंग कर्मी विमानों को रवाना होने से पहले प्रमाणित कर रहे हैं। कंपनियों को 28 जुलाई तक योग्य एएमई कर्मियों को तैनात करने को कहा था।
लगातार 3 साल से घाटे में स्पाइसजेट
निजी एयरलाइन स्पाइसजेट पिछले तीन साल से घाटे में है। इस कंपनी को 2018-19 में 316 करोड़, 2019-20 में 934 करोड़ और 2020-21 में 998 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री का राज्यसभा में जवाब
हाल ही में सरकार ने भी राज्यसभा में जवाब देते हुए बताया कि DGCA ने स्पाइसजेट के विमानों की स्पॉट चेकिंग की थी। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने बताया कि DGCA ने 9 जुलाई से 13 जुलाई के बीच 48 स्पाइसजेट विमानों पर 53 स्पॉट चेक किए और इसमें कोई बड़ा सुरक्षा उल्लंघन नहीं पाया गया।