दिल्ली :पहली बार 11 महिलाएं संभालेंगी डीटीसी बसों के स्टीयरिंग,

दो माह की ट्रेनिंग के बाद बुधवार से 11 महिलाएं राजघाट डिपो से बसों को लेकर कई मार्गों के लिए रवाना होंगी। महिला चालकों के पहले बैच का प्रशिक्षण पूरा होने पर परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने सभी को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद बधाइयां दी। उन्होंने कहा कि इस पहल से महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ साथ उनके लिए रोजगार संभावनाएं भी बढ़ेंगी। अगले कुछ महीनों में 200 महिला चालकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। 

राजघाट डिपो पहुंचने के बाद परिवहन मंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि यह महिला चालकों का पहला बैच है। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें डिपो के साथ साथ अनुभवी चालकों के साथ सड़कों पर भी ड्राइविंग का मौका दिया गया। फिलहाल 10 और महिलाएं ट्रेनिंग ले रही हैं।

दिल्ली की ट्रैफिक में बस चलाने का मिला अच्छा अनुभव : बबीता धवन, कोमल चौधरी, नीतू, संतोष, भारती, दीपक, शर्मिला सहित सभी 11 महिला चालकों ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि दूसरे शहरों की तुलना में दिल्ली में वाहनों का अधिक बोझ है। ट्रेनिंग के दौरान सभी पहलुओं पर जानकारी देने सहित बस चलाने का अनुभव हासिल किया। 

80 फीसदी से अधिक हरियाणा की निवासी
11 महिला चालकों में 80 फीसदी से अधिक हरियाणा की रहने वाली हैं। शर्मिला ने राजघाट डिपो में बस चलाने के बाद कहा कि पहले से ड्राइविंग करती रही हूं। चरखी दादरी की भारती ने मुझे खेतों में ट्रैक्टर सहित कई वाहनों को चलाने का अनुभव है। नीतू ने कहा कि सड़कों पर सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता रहेगी। सान्या ने कहा कि मैं 13 वर्ष की उम्र से ड्राइविंग कर रही हूं। 

आज से 100 और ई-बसें दौड़ेंगी 
यात्रियों की सहूलियत और बसों की कमी दूर करने के लिए बुधवार को एक बार फिर दिल्ली की सड़कों पर 100 इलेक्ट्रिक बसें उतारी जाएंगी। पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस, महिलाओं के लिए अलग सीट और दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधाओं से युक्त बसें राजघाट डिपो से अलग अलग मार्गों पर रवाना होंगी। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Notice: ob_end_flush(): failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home1/theindi2/public_html/wp-includes/functions.php on line 5464