
राजधानी में होशंगाबाद रोड और रायसेन रोड पर लगने वाले ट्रैफिक जमा से निपटने का समाधान निकाल लिया गया है। बीते दिनों गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर दो फ्लाईओवर का प्रस्ताव दिया था। हैवी ट्रैफिक की समस्या और भविष्य में इसकी चुनौतियों को देखते हुए गडकरी ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को इन प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के निर्देश दिए।
पहला फ्लाईओवर होशंगाबाद रोड पर बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से मिसरोद थाने तक बनेगा। यह साढ़े पांच किमी लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर होगा जो नागपुर में बने डबल डेकर एलिवेटेड फ्लाईओवर जैसा होगा। इसकी चौड़ाई 15 मीटर (4 लेन) होगी, जबकि इस पर 385 करोड़ रु. से ज्यादा खर्च हो सकते हैं। दूसरा फ्लाईओवर रायसेन रोड स्थित आनंद नगर तिराहे के पास बनेगा। ये आकाशवाणी माइक्रो वेव टॉपर से राज वेदांता स्कूल तक बनेगा। इसकी लंबाई करीब 1350 मीटर यानी 1.3 किलोमीटर होगी। इसकी चौड़ाई 15 मीटर (4 लेन) होगी। इसकी अनुमानित लागत 80.68 करोड़ रुपए होगी। दोनों फ्लाईओवर से करीब 15 लाख लोगों को फायदा होगा।
- बीयू से मिसरोद थाने तक 5.5 किमी का सबसे लंबा फ्लाईओवर होगा
 - 15 लाख लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए दो बड़े प्रोजेक्ट
 
रायसेन रोड तिराहे से 1.3 किमी लंबा फ्लाईओवर
यहां आनंद नगर तिराहे से 1.3 किमी लंबा फ्लाईओवर बनेगा। आनंद नगर शहर का एंट्री गेट है, जिसके आसपास 5 लाख की आबादी रहती है। आए दिन जंबूरी मैदान में होने वाले बड़े आयोजन के लिए जो गाड़ियां आती हैं। वो इसी सड़क से आती हैं। इसके चलते यहां घंटों जाम की स्थिति बनती है। इस रोड पर 6 से 8 हजार पैसेंजर कार यूनिट का ट्रैफिक दबाव है।
बैरागढ़ में भी डबल डेकर फ्लाईओवर बनाने की तैयारी
बैरागढ़ में संतजी की कुटिया से सीहोर नाके तक डबल डेकर फ्लाईओवर प्रस्तावित है। इसे लेकर मेट्रो व पीडब्ल्यूडी में टसल है। इसे बनाने के लिए मेट्रो और पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों के बीच कई बैठक हो चुकी है। इसकी लंबाई 2.9 किलोमीटर का फ्लाईओवर प्रस्तावित हैं। उम्मीद है जल्द ही इस पर अंतिम फैसला हो जाएगा।
एलिवेटेड कॉरिडोर
यहां अभी 15 हजार पैसेंजर कार यूनिट का ट्रैफिक दबाव है। ये और बढ़ेगा, इसलिए फ्लाईओवर को ऐसे डिजाइन किया जाएगा, ताकि मेट्रो रेल के साथ सड़क रूट भी साथ चले। डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर बनने से सबसे नीचे सड़क, उसके ऊपर फ्लाईओवर और तीसरे लेयर पर मेट्रो ट्रैक बनेगा। सबसे नीचे सड़क से आसपास की कॉलोनियों को फायदा होगा। इसके ऊपर की रोड से नागपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, जबलपुर, पचमढ़ी, होशंगाबाद, बैतूल की ओर लोग सीधे जा सकेंगे। एनएचएआई के अधिकारी विवेक जायसवाल का कहना है कि मंत्री ने लोकल अथॉरिटी के साथ मिलकर समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए हैं। जल्द प्लानिंग की जाएगी।