गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज 89 सीटों पर मतदान होगा। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के मोदी से जुड़े बयान को भाजपा ने गुजरात का अपमान बताया है। गुजरात चुनाव को लोकसभा का सेमीफाइनल कहकर चुनाव को मोदी केंद्रित बनाने की कोशिश की जा रही है।
इन सीटों पर दो करोड़ से अधिक मतदाता 788 उम्मीदवारों के लिए मतदान करेंगे। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान ने प्रथम चरण के मतदान से ठीक पहले भाजपा को एक नया भावनात्मक मुद्दा दे दिया है। भाजपा ने खरगे के बयान को गुजरात की जनता का अपमान बताते हुए चुनाव में 100 प्रतिशत वोट भाजपा को देकर कांग्रेस को सबक सिखाने की अपील शुरू कर दी है।
अहमदाबाद में शिक्षक व स्वतंत्र पत्रकार डाॅ. प्रतिमा राय कहती हैं कि भावनात्मक रूप से चुनाव को खींच कर मोदी केंद्रित करना भाजपा की आजमाई हुई रणनीति है। कभी विपक्ष यह अवसर दे देता है तो कभी भाजपा खुद ऐसा कर देती है। चुनाव की शुरुआत में कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने ‘औकात’ बताने की बात कहकर और अब मतदान से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी के सिर की रावण के सिर से तुलनाकर भाजपा को घर बैठे मुद्दा दे दिया है। वह कहती हैं कि ऐसा तब किया जा रहा है जब पूर्व के चुनावों में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (संदर्भ मौत का सौदागर) और राहुल गांधी (संदर्भ – चौकीदार चोर है) तथा कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ( संदर्भ-नीच किस्म का आदमी) के बयान का असर लोग देख चुके हैं। मोदी विपक्ष के प्रहार को उन्हीं के खिलाफ हथियार बनाना अच्छे से जानते हैं।
दरअसल, खरगे के बयान के बाद पूरी भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई है और गुजरात का अपमान बता रही है। गुजराती सियासत पर गहराई से नजर रखने वाले राजनीतिक विश्लेषक डॉ. पार्थ पटेल कहते हैं कि पहले चरण के मतदान से पहले का समीकरण यह है कि गुजरात चुनाव त्रिकोणीय बन गया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच आम आदमी पार्टी एक महत्वपूर्ण फैक्टर बनकर उभरी है। शुरुआती अनुमान से उलट आप कांग्रेस को तगड़ी चोट देने के साथ-साथ तमाम सीटों पर भाजपा का भी वोट काट रही है। इसके अलावा पिछले चुनावों में कई सीटों पर बहुत करीबी अंतर से हार-जीत हुई थी। इस स्थिति में भाजपा को अपने वोट को बांधे रखने के लिए किसी रिएक्शन वाले भावनात्मक मुद्दे की दरकार थी। वह कहते हैं कि भाजपा ने कोई बड़ा मुद्दा हाथ न लगने पर मतदान से दो दिन पहले ही गुजरात विधानसभा चुनाव को लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल बताकर और मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने का मौका बताकर भावनात्मक दांव चला था।
आज 19 जिलों में मतदान
- 788 उम्मीदवार
- पहले चरण में सौराष्ट्र कच्छ और दक्षिण गुजरात में चुनाव पूरा हो जाएगा।
- 2.39 करोड़ से अधिक मतदाता।
मोदी की सभाएं पिछली बार से कम
गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही भाजपा का चेहरा हैं। गृह राज्य होने के कारण पीएम मोदी ने सारी ताकत झोंक रखी है। इसके बावजूद पीएम इस चुनाव में जनसभाओं का अपना पुराना कीर्तिमान नहीं तोड़ पाएंगे।
बीते दस दिनों में मोदी ने 20 सभाओं को संबोधित किया है। दूसरे दौर के मतदान से पहले वह बृहस्पतिवार को तीन और शुक्रवार को चार जनसभाएं करेंगे। इसके बाद इन चुनावों में पीएम की जनसभाओं की संख्या 27 हो जाएगी। बीते चुनाव में उन्होंने 34 सभाएं की थीं। बीते चुनाव में पार्टी की 550 जनसभाएं हुई थीं। इस बार यह आंकड़ा 600 से ज्यादा है।