
जम्मू-कश्मीर में इस साल यानी 2022 में सुरक्षा बलों ने 56 विदेशी आतंकियों को मार गिराया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, DGP दिलबाग सिंह ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आतंकवादी रैंकों में शामिल होने वाले 102 स्थानीय युवाओं में से 86 का भी सफाया कर दिया।
आतंकवादी संगठन, पाकिस्तानी खुफिया ISI और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली एजेंसियों से डरने की कोई जरूरत नहीं है। इस तरह के फरमान जारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस साल सुरक्षा बलों ने सबसे ज्यादा आतंकियों को मार गिराया है।
आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों पर सख्त कार्रवाई
सिंह ने कहा कि जो लोग आतंकवाद का रास्ता चुनते हैं, उनका जीवन बहुत छोटा होता है। युवाओं आतंकवाद नहीं बल्कि शांति और समृद्धि का रास्ता अपनाना चाहिए। आतंकवाद अब आखिरी चरण में है। आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इनसे जुड़े ब्लॉग और वेबसाइट हमारी निगरानी में हैं। उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
डरने की जरूरत नहीं आतंकवाद का खात्मा होगा
उन्होंने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है। यह उन लोगों की एक नियमित साजिश है जो शांति नहीं चाहते हैं और इससे नाखुश महसूस करते हैं। हम इस तरह की धमकी देने में शामिल सभी संगठनों को खत्म कर देंगे। सुरक्षा को लेकर सिंह ने कहा कि हम हर तरह की सावधानी बरत रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि हर जगह सब कुछ ठीक होगा। हमारी सुरक्षा में कोई खामी नहीं होगी।
आतंकवाद से निपटने के लिए सीमा बल सतर्क है
सिंह ने कहा कि सीमा पार प्रशिक्षण शिविरों में अभी भी लोग हैं। कुछ ऐसे आतंकवादी हैं जिन्हें इस तरफ घुसपैठ करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। लेकिन इससे निपटने के लिए सीमा पर बल सतर्क हैं। अगर कोई अंदर घुसने की कोशिश भी करता है, तो उसे बेअसर कर दिया जाता है।
ड्रोन से हथियार गिराना एक बड़ी चुनौती है। इसके चलते पुलिस कुछ मामलों को सुलझाने में सफल रही है। IED और अन्य चीजें भी बरामद की गई हैं। हम इससे प्रभावी ढंग से निपटने की कोशिश कर रहे हैं।