
बर्फबारी के चलते हिमाचल में अभी भी 153 सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 18 फरवरी तक मौसम के साफ रहने की संभावना है। 19 फरवरी को एक-दो स्थानों पर बारिश व बर्फबारी हो सकती है। मंगलवार को शिमला व अन्य मैदानी भागों में मौसम साफ रहा, तेज धूप खिलने से लोगों को ठंड से कुछ राहत मिली है।
उधर, जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है। बर्फबारी के कारण सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है। प्रशासन ने वाहन चलाने में सावधानी बरने को कहा है। वहीं पंजाब, हरियाणा में मौसम गर्म होता जा रहा है। दिन का पारा बढ़ने से गर्मी बढ़ी है।
औसतन पारे में 2-3 डिग्री का इजाफा हुआ है। दो दिन बाद 17 फरवरी से मौसम बदलेगा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी दिन के साथ साथ रात के पारे में भी बढ़ोतरी होगी। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर भी खत्म होने लगा है।
लगातार तीन साल अच्छा मानसून देने के बाद ‘ला-नीना’ (ट्रिपल डिप ला-नीना) अब विदा हो रहा है। अगले तीन महीने मध्य फरवरी से मध्य अप्रैल के बीच एनसो-न्यूट्रल स्थितियां रहने की संभावना है। अमेरिकन एजेंसी नेशनल ओशीनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) ने ताजा पूर्वानुमान में बताया है कि मई से जुलाई के बीच ‘अल-नीनो’ परिस्थितियां छा सकती हैं।
यही वह समय है जब जून में मानसून दस्तक देता है। जून से सितंबर का महीना मानसूनी सीजन कहलाता है। मौसम से जुड़े निजी एजेंसियों के विशेषज्ञ मानते हैं कि भारतीय मानसून के लिए यह बुरी खबर हो सकती है क्योंकि अल-नीनो वर्षों में सूखा पड़ने की आशंका 60 फीसदी होती है, जबकि सामान्य से कम बारिश की संभावना 30 फीसदी और सामान्य बारिश की संभावना सिर्फ 10 फीसदी होती है। अलनीनो वह परिस्थिति है जब प्रशांत महासागर में समुद्री सतह का तापमान गर्म हो जाता है।