
कूनो नेशनल पार्क में चीतों का कुनबा 8 से बढ़कर अब 20 हो गया। दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीते शनिवार काे कूनाे नेशनल पार्क पहुंच गए। इन्हें शनिवार को ही एयरफोर्स के विमान से ग्वालियर लाया गया था और फिर वहां से चार हेलिकॉप्टर में कूनो पहुंचाया गया।
सभी 12 चीतों को क्वारंटीन करने के लिए बनाए गए 2500 वर्ग मीटर के बाड़ाें में छाेड़ा गया। इस बार पिंजराें से बाहर निकलते ही चीताें की तेज रफ्तार देखने काे मिली। कूनाे नेशनल पार्क में मौजूद 20 चीतों में से दस नर और दस मादा चीते हैं। दक्षिण अफ्रीका से आए 12 चीतों को 10 क्वारंटीन बोमा में अलग रखा गया है। नर और मादा चीतों को अलग-अलग रखा गया है।
तीन नर चीतों को अलग-अलग रखा गया है। जबकि दो बाड़ों में दो-दो नर चीते रखे गए हैं। पांचों मादा चीतों को 5 बाड़ों में अलग-अलग क्वारंटीन किया गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वनमंत्री मप्र शासन विजय शाह मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने चीतों को रिलीज करने से पहले नामीबियाई चीतों के बाड़े में कुछ वक्त गुजारा और बीमार चीता साशा की खैरियत जानी।
सीएम ने कहा कि एक्सपर्ट की इजाजत मिलते ही चीतों को क्वारंटीन बाड़ों से बाहर निकालने के साथ ही खुले जंगल में छोड़ने संबंधी निर्णय लिए जाएंगे। केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि चीता परियोजना के लिए सीएम को भोपाल में एक बैठक बुलाकर 25 साल के लिए चीता परियोजना का प्लान तैयार करना चाहिए।