
माफिया अतीक अहमद के करीबियों के ठिकानों पर मिले जमीनों की रजिस्ट्री के दस्तावेजों, सेल कंपनियों के कागजों की सघन छानबीन बृहस्पतिवार को भी जारी रही। ईडी ने अतीक के कई और करीबी बिल्डरों को चिह्नित किया है। अतीक की रंगदारी से भरे गए खजाने को रियल एस्टेट के धंधे में खपाने वाले कई और बिल्डरों को चिह्नित किया गया है। इन बिल्डरों पर जल्द ही शिकंजा कसने के आसार हैं।
माफिया के काले धन को रियल स्टेट में लगाने वाले कई रसूखदार बिल्डरों के नामों का पता चला है। माफिया और उसके गुर्गे विवादित जमीनों को हथिया कर सस्ते दामों पर इन बिल्डरों देते भी रहे हैं। साथ ही व्यापारियों, चिकित्सकों और उद्योगपतियों से वसूली जाने वाली रकम को रियल एस्टेट में लगाया जाता था। इस रकम से शहर में कई बड़े अपार्टमेंट, आवासीय परियोजनाओं के अलावा मॉल और बहुउद्देश्यीय बाजार बसाए गए हैं। इसके अलावा कई बड़े प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं और उन पर माफिया के करोड़ों रुपये निवेश किए जा चुके हैं।
ईडी अब माफिया की बी टीम के ऐसे करीबियों पर भी जल्द ही शिकंजा कस सकती है। उधर , एक दिन पहले जिन 15 करीबियों के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी की गई थी, उनके दफ्तरों से कई सपंत्तियों के दस्तावेज बृहस्पतिवार को भी खंगाले गए। अब तक तीन सौ से अधिक बैंक खातों का पता चला है। उन खातों से हुए लेनदेन का विवरण जुटाया जा रहा है। इसके अलावा अतीक की दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की बेनामी संपत्ति का भी पता चला है।
इन संपत्तियों की जब्ती की कार्रवाई जल्द ही शुरू की जा सकती है। फिलहाल अतीक के एकाउंटेट सीताराम शुक्ला,फाइनेंसर खालिद जफर, बड़े बिल्डर संजीव अग्रवाल, शोरूम मालिक अमित भार्गव समेत उसके 15 करीबियों पर ईडी का शिकंजा और कस सकता है। ईडी को पता चला है कि इन धन कुबेरों ने अपने बड़े आर्थिक साम्राज्य को माफिया अतीक अहमद की मदद से ही खड़ा किया है। ऐेसे में इन धन कुबेरों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।