
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मैनहटन संघीय अदालत से बड़ा झटका लगा है। बता दें कि यौन शोषण और मानहानि मामले में डोनाल्ड कोर्ट ने ट्रंप के खिलाफ 50 लाख डॉलर का जुर्माना लगाया है। दरअसल, ट्रंप 1990 के दशक में एक महिला के साथ यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे थे।
जूरी ने पाया कि बीती सदी के नवें दशक में पत्रिका की लेखिका ई.जीन कैरोल का यौन शोषण किया और फिर उन्हें झूठा कहकर बदनाम किया। मंगलवार को नौ सदस्यीय जूरी ने हर्जाने के रूप में ट्रंप को 50 लाख डालर चुकाने को कहा है।
मैनहटन की संघीय अदालत की जूरी ने हालांकि यह नहीं पाया कि ट्रंप ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जूरी ने कैरोल पर हमला करने के ट्रंप के इनकार को खारिज करने से पहले तीन घंटे विचार-विमर्श किया। इस मामले में 25 अप्रैल से शुरू हुई सुनवाई के दौरान ट्रंप अनुपस्थित रहे।
79 वर्षीय कैरोल ने मुकदमे के दौरान गवाही में कहा था कि वर्षीय ट्रंप ने 1995 या 1996 में मैनहटन में बर्गडॉर्फ गुडमैन डिपार्टमेंट स्टोर के ड्रेसिंग रूम में उसके साथ दुष्कर्म किया। यही नहीं अक्टूबर 2022 में अपने इंटरनेट प्लेटफार्म पर एक पोस्ट लिखकर उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया।