
ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी (एनसीए) ने अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग व मानव तस्करी में शामिल पश्चिम लंदन के एक गिरोह के भारतीय मूल के 16 लोगों को बुधवार को दोषी ठहराया है। इनमें 12 पंजाबी मूल के लोग हैं। आरोपियों में तीन महिलाएं हैं। सभी को 11 सितंबर को सजा सुनाई जाएगी। इन पर 42 मिलियन पाउंड की राशि से ज्यादा की तस्करी का आरोप है।
एनसीए की जांच में सामने आया है कि गिरोह के सदस्यों ने 2017 से 2019 के बीच दुबई और यूएई की 58 यात्राएं कीं। यूके से 42 मिलियन पाउंड से अधिक की नकदी की तस्करी की। यह पैसा उन्होंने क्लास ए ड्रग्स की बिक्री और मानव तस्करी से कमाया था। एजेंसी के एक वरिष्ठ जांच अधिकारी क्रिस हिल ने बताया कि वाणिज्यिक स्तर पर धन शोधन और संगठित आव्रजन (इमिग्रेशन) अपराध में शामिल अपराधियों के संगठित समूह की लंबी और जटिल जांच चली। इस दौरान पहले मुकदमे में चरण सिंह, बलजीत सिंह, जसबीर सिंह कपूर, जसबीर सिंह ढाल को आपराधिक संपत्ति या धनशोधन की साजिश रचने का दोषी पाया गया था।
सवंदर सिंह ढल को आपराधिक संपत्ति को हटाने की साजिश और आप्रवास कानून का उल्लंघन करने की साजिश का दोषी पाया गया। दिलजान सिंह मल्होत्रा को आव्रजन कानून के उल्लंघन की साजिश का दोषी पाया गया। अमरजीत अलादीन, जगिंदर कपूर, जकदार कपूर, मनमन सिंह कपूर, पिंकी कपूर और जसबीर सिंह मल्होत्रा को आपराधिक संपत्ति हटाने का दोषी ठहराया गया था।