
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 18 जून को गुरदासपुर और भारतीय जनता पार्टी के प्रधान जेपी नड्डा 14 जून को होशियारपुर में बड़ी रैलियां करेंगे। ये रैलियां एनडीए सरकार के नौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में की जा रही हैं। अन्य केंद्रीय मंत्री राज्य की विभिन्न संसदीय सीटों पर मोदी सरकार की ओर से किए गए कामों के बारे में बताएंगे। लेकिन इसी बीच भारतीय जनता पार्टी की ओर से 2024 के चुनावी मैदान में पंजाब में अकेले दम पर उतरने की मुहिम की जो शुरूआत ड्रग्स के खिलाफ यात्रा शुरू करके की जानी थी वह मद्धम पड़ गई है। यात्रा पहले ही चार बार स्थगित की जा चुकी है।
पार्टी के एक सीनियर नेता ने बताया कि पूरा जून माह भाजपा नीत केंद्र सरकार के नौ साल के पूरे होने के उपलक्ष्य में करवाई जा रही रैलियां और प्रेस कान्फ्रेंस में ही काफी समय लगेगा। इस प्रोग्राम के तहत ही पार्टी हर संसदीय क्षेत्र को छूना चाह रही है ऐसे में जून महीने में ड्रग्स के खिलाफ यात्रा शुरू करना संभाव नहीं है।
चूंकि इसी साल सितंबर महीने में कई प्रमुख राज्यों जिनमें राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश शामिल हैं में विधानसभा चुनाव होने हैं और ये सभी राज्य भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसलिए यह संभव नहीं है कि आने वाले दिनों में भी यह यात्रा शुरू हो सके। पार्टी अपने पूरे काडर का इस्तेमाल इन राज्यों के चुनाव को जीतने में लगाएगी और सेंट्रल लीडरशिप भी इन राज्यों में ही व्यस्त होगी।
हालांकि पार्टी के नेता यह भी कह रहे हैं कि 2024 से पूर्व शिरोमणि अकाली दल के साथ होने वाले संभावित समझौते को देखते हुए भी पार्टी यह यात्रा निकालने से बच रही है। हाल ही में जब नई संसदीय इमारत का उद्घाटन हुआ था तब कई विरोधी पार्टियों ने इस समारोह का बहिष्कार किया था लेकिन शिरोमणि अकाली दल इसमें शामिल हुआ था जिससे यह संकेत मिलने लगे थे कि भविष्य में अकाली दल और भाजपा एक बार फिर से गठजोड़ बना सकते हैं।
लेकिन यह गठजोड़ अब पुरानी सीटों पर नहीं होगा, भाजपा निश्चित तौर पर अपना हिस्सा बढ़ाना चाहेगी। काबिले गौर है कि ड्रग्स के मुद्दे के जरिए भाजपा पंजाब के हर काेने में पहुंचना चाहती थी और दावा किया गया कि एक ही दिन में सभी संसदीय क्षेत्रों में एक साथ ड्रग्स के खिलाफ यात्रा निकाली जाएगी जिसकी शुरूआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करेंगे।