
अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। मकबूलपुरा थाने की पुलिस ने हरियाणा और झारखंड से गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से दो फर्जी पासपोर्ट बरामद किए। पुलिस गिरोह के छह सदस्यों को पिछले एक माह में गिरफ्तार कर चुकी है। यह जानकारी एडीसीपी अभिमन्यु राणा और एसीपी जीपीएस नागरा ने दी।
गिरोह के नौ सदस्यों को काबू करने के लिए पंजाब, दिल्ली, नोएडा, हरियाणा व झारखंड में छापे मारे। गिरफ्तार आरोपियों से 22 लाख ड्रग मनी, दो फर्जी पासपोर्ट, रिवाल्वर और चार कारतूस के अलावा 10 ग्राम हेरोइन भी बरामद की है। पूछताछ में सामने आया कि अमृतसर के गांव कंबो थानाक्षेत्र निवासी तस्कर हरभेज सिंह उर्फ जावेद उर्फ गोलू फर्जी पासपोर्ट से पुर्तगाल फरार हो चुका है।
जावेद ने 2020 में इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह रंधावा पर गोली चलाई थी। उस पर नशा तस्करी के दस केस दर्ज हैं। मौजूदा में वह पुर्तगाल से गुर्गे अमृतपाल निवासी सराय अमानत खां थानाक्षेत्र के गांव चीमा कलां के जरिये नशे का धंधा कर रहा है। पुलिस अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है।
एडीसीपी अभिमन्यु राणा ने गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरियाणा के जिला कैथल के गांव पबनावा निवासी सावन कुमार, सोहन लाल उर्फ सोनू, मुंडरी गांव निवासी नरिंदर सिंह, तितरम गांव निवासी जसविंदर गिल के रूप में बताई है। इसके अलावा पुलिस नवीन कुमार उर्फ बबू, कुरुक्षेत्र निवासी राकेश कुमार (किंगपिन), सोनीपत के मोहाना गांव के सर्वण, झारखंड के धनबाद जिला के गांव कतरास निवासी दलीप कुमार पासवान, तरनतारन के सराय अमानत खां निवासी अमृतपाल सिंह, गुड़गाव के सोहाना निवासी अमित राघव, अजनाला स्थित पुराना पटवार खाना के पास रहने वाला अमरीक सिंह, न्यू दिल्ली स्थित नजफगढ़ निवासी राहुल उजा को भी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि गिरोह के नौ सदस्यों को काबू किया जाना बाकी है।