
ड्रग्स के खिलाफ केंद्र सरकार की ओर से चलाए गए अभियान के तहत सोमवार को बड़ा कदम उठाया जाएगा। इसके तहत देश के कई इलाकों में कुल 1.44 लाख किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट किया जाएगा।
इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे। वे वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। मादक पदार्थों को नष्ट करने का काम देश के कई शहरों में होगा, जिसे ड्रग्स की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर आयोजित सम्मेलन के दौरान अमित शाह से टीवी पर देखेंगे।
जीरो टालरेंस की नीति के तहत होगी कार्रवाई
नष्ट की जाने वाले पदार्थों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की हैदराबाद इकाई द्वारा जब्त 6,590 किलोग्राम ड्रग्स शामिल है। इसके अलावा इंदौर इकाई की कार्रवाई में जब्त 822 किलोग्राम और जम्मू इकाई द्वारा जब्त की गई 356 किलोग्राम ड्रग्स शामिल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने नशा मुक्त भारत बनाने के लिए नशीले पदार्थों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपनाई है।
दरअसल, आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 1 जून, 2022 से शुरू हुए 75 दिवसीय अभियान के दौरान 75,000 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। एक जून 2022 से 15 जुलाई 2023 तक एनसीबी की सभी क्षेत्रीय इकाइयों और राज्यों की एजेंसियों ने लगभग 9,580 करोड़ रुपये मूल्य की लगभग 8,76,554 किलोग्राम जब्त ड्रग्स को नष्ट किया है। यह तय किए गए लक्ष्य से 11 गुना से अधिक है। इससे पहले 24 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में कर्नाटक में 1,235 करोड़ रुपये के 9,298 किलोग्राम ड्रग्स नष्ट किए गए थे।