
राजधानी दिल्ली के अशोक विहार इलाके में कारोबारी के परिवार को बंधक बनाकर दो करोड़ की डकैती मामले की गुत्थी को आखिर दिल्ली पुलिस ने तीन माह बाद सुलझा ही लिया। पुलिस ने इस संबंध में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य साजिशकर्ता मिराज उर्फ मेहराज फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मंगोलपुरी, दिल्ली निवासी जितेंद्र उर्फ संजू, चामुंडा कालोनी, खड़गपुर, रेलवे फाटक उत्तराखंड निवासी छुट्टन लाल, महिपाल और सैंजनी, चंदौसी, संभल, यूपी निवासी अजय पाल के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक तमंचा व दो कारतूस बरामद किए हैं।
अपराध शाखा के पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि सात मई 2023 को पांच नकाबपोश बदमाश अशोक विहार में कारोबारी के घर में घुस गए थे। बदमाशों ने कारोबारी के माता-पिता, पत्नी, बच्चों व बहनों को बंधक बनाकर दो करोड़ की डकैती डाली थी। बदमाश कैश, दो किलो जेवरात समेत दो करोड़ का माल ले गए थे। मामला दर्ज कर दिल्ली पुलिस की अलग-अलग यूनिट ने इसकी पड़ताल की। छानबीन के बाद जब आरोपियों का सुराग नहीं मिला तो दिल्ली पुलिस आयुक्त ने मामले में सुराग देने वाले को दो लाख रुपये देने का एलान किया। इस बीच 26 जुलाई को एक सूचना के बाद अपराध शाखा की टीम ने जितेंद्र उर्फ संजू को एम2के, रोहिणी से दबोच लिया।
एक-दूसरे के नाम तक से थे अंजान
आरोपी एक-दूसरे को सीधे नहीं जानते थे। किसी न किसी के जरिये इनकी एक दूसरे से मुलाकात हुई थी। जितेंद्र के खिलाफ 29, छुट्टन के खिलाफ पांच, अजयपाल के खिलाफ सात और महिपाल के खिलाफ सात मामले दर्ज है। जितेंद्र मंगोलपुरी थाने का घोषित बदमाश है। इन लोगों ने लूटे गए माल से अपने मकान बनाने के अलावा बाइक व अन्य सामान खरीद लिया है।