झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तलाश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कई जगह छापे मारे, लेकिन वह नहीं मिले। एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा कि राज्य में अभूतपूर्व स्थिति पैदा हो गई है। मुख्यमंत्री कहां हैं, यह किसी को नहीं मालूम है। मौजूदा हालात में किसी भी घटना की स्थिति में कानून-व्यवस्था पर नजर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
वहीं, झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि संविधान के संरक्षक होने के नाते मैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के समन के मद्देनजर राज्य के हालात पर नजर रखे हुए हूं। यह राज्यपाल का कर्तव्य है। जरूरत पड़ने पर मैं सीमा लांघूंगा। राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की संभावनाओं को उन्होंने खारिज किया और कहा कि ये बस अटकलें हैं। सोरेन को ईडी के समन पर उन्होंने कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। मुख्यमंत्री आज जवाब नहीं दे रहे हैं, तो उन्हें कल जवाब देना होगा। इस बीच सोरेन ने जांच एजेंसी को ईमेल कर 31 जनवरी को दोपहर एक बजे रांची में सीएम आवास में पूछताछ के लिए आने को कहा है।
ईडी को रविवार को लिखे खत में सोरेन ने जांच एजेंसी पर राज्य सरकार के कामकाज को बाधित करने के लिए राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित होने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि 31 जनवरी या उससे पहले उनका बयान फिर से दर्ज करने का आग्रह दुर्भावनापूर्ण है। उन्हें समन जारी करना पूरी तरह से परेशान करने वाला और कानून से मिली शक्तियों का दुरुपयोग है।